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भूत बंगले में तब्दील हुई डॉक्टरों की रिहायश

पुराने सिविल अस्पताल के बिल्कुल सामने पंजाब सरकार की ओर से सरकारी डॉक्टरों के रहने के लिए रिहायश बनाई थी। जो डॉक्टर बाहरी जिलों से बदलकर गुरदासपुर में आते थे, उन्हें यहां रहने के लिए रिहाइश दी जाती थी। पिछले कुछ समय से डॉक्टरों की यह रिहायशी खस्ता हालत में तब्दील हो चुकी है। इस कॉलोनी को देखकर ऐसे लगता है जैसे यह भूत बंगले में तब्दील हो रही हो।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jun 2018 06:22 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jun 2018 06:22 PM (IST)
भूत बंगले में तब्दील हुई डॉक्टरों की रिहायश
भूत बंगले में तब्दील हुई डॉक्टरों की रिहायश

बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर

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पुराने सिविल अस्पताल के बिल्कुल सामने पंजाब सरकार की ओर से सरकारी डॉक्टरों के रहने के लिए रिहायश बनाई थी। जो डॉक्टर बाहरी जिलों से बदलकर गुरदासपुर में आते थे, उन्हें यहां रहने के लिए रिहाइश दी जाती थी। पिछले कुछ समय से डॉक्टरों की यह रिहायशी खस्ता हालत में तब्दील हो चुकी है। इस कॉलोनी को देखकर ऐसे लगता है जैसे यह भूत बंगले में तब्दील हो रही हो। इसके चारों तरफ की जंगली जड़ी-बूटी और दीवारों पर आई दरारें रात के समय माहौल और भी डरावना बना देती हैं।

पुराने सिविल अस्पताल के पास बनी डॉक्टरों की रिहाइश में ज्यादातर सरकारी क्वार्टर खाली हो चुके हैं। इन क्वार्टरों में इस समय जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर और हड्डियों के विशेषज्ञ डॉक्टर ¨प्रस शाम के समय इन सरकारी क्वार्टर में अक्सर आया जाया करते हैं, जबकि रिहायश के तौर पर इस क्वार्टर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा।

पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जब डॉक्टरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण किया जाता था तो ऐसे में परिवार के साथ दूसरी जगह पर जाने वाले डॉक्टरों को सरकारी रिहाइश की अति आवश्यकता रहती थी । इसके चलते इन क्वार्टरों का निर्माण किया गया था लेकिन विगत पिछले 5 सालों से इन सरकारी क्वार्टर क प्रयोग ही नहीं किया जा रहा। इसके चलते सरकारी क्वार्टर सफेद हाथी का रूप धारण कर चुके हैं।

समस्या से विभागीय अधिकारी अनजान

रिहायशी कॉलोनियों की खस्ता हालत मामले में हाउ¨सग कारपोरेशन विभाग के अधिकारी अंजान बने हुए हैं। जिन अधिकारियों के कंधों पर ऐसी इमारतों की देखभाल करने का जिम्मा है, उक्त अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से कोसों दूर भाग रहे हैं। सिविल अस्पताल प्रबंधन भी इस मामले को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहा और ना ही आजतक रिहायशी कॉलोनियों के पुनर्निर्माण को लेकर सरकार को लिखा गया है।

मामले की जानकारी लेंगे : सीएस

सिविल सर्जन डॉक्टर किशनचंद का कहना है कि सरकारी क्वार्टर की हालत संबंधी उन्हें जानकारी नहीं है। वह इस मामले संबंधी जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करवाएंगे।


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