गणतंत्र दिवस नजदीक, फाइटर जहाज की अभी तक नहीं करवाई सफाई
गणतंत्र दिवस मनाने को लेकर मात्र सात दिन ही शेष बचे हैं।
रवि कुमार, गुरदासपुर
गणतंत्र दिवस मनाने को लेकर मात्र सात दिन ही शेष बचे हैं। इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने के लिए जल्द ही तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी, मगर अभी तक नगर कौंसिल की ओर से जहाज चौक में स्थित फाइटर जहाज में जमी हुई धूल मिट्टी को साफ नहीं किया जा रहा है। जहाज की साफ-सफाई के प्रति बरती जा रही लापरवाही के चलते देश प्रेमियों में संबंधित विभाग के खिलाफ भारी रोष पाया जा रहा है।
गौरतलब है कि गुरदासपुर शहर की शान फाइटर जहाज पर पिछले कई माह से धूल मिट्टी जमी हुई है। हालांकि इसी रास्ते से कई राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी भी गुजरते हैं, लेकिन किसी का भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं गया है। इस जहाज की प्रशासन द्वारा की गई उपेक्षा के चलते यह अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। हालांकि गणतंत्र दिवस मनाने को लेकर कुछ ही दिन बच गए हैं, मगर अभी तक इसकी साफ-सफाई की तरफ किसी का कोई भी ध्यान नहीं है। यह है इतिहास
वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तानी सेना को सबक सिखाने वाला यह फाइटर जहाज युद्ध समाप्त होने पर गुरदासपुर शहर को वायुसेना ने तोहफे के रूप में दिया था। जब यह जहाज स्थापित किया गया तब लोग शुरू-शुरू में इसे देखने के लिए आते थे, क्योंकि सभी ने इस फाइटर जहाज को आसमान में गरज के साथ निकलते देखा था, मगर तब इसे पास से देखने का मौका लोगों को मिला। हालांकि समय के साथ-साथ इस जहाज की प्रशासन द्वारा की गई उपेक्षा के चलते इस जहाज का महत्व समाप्त होता जा रहा था और इसकी तरफ लोगों ने देखना तक बंद कर दिया था। इस जहाज को उस समय के एयर चीफ मार्शल दिलबाग सिंह ने अपने कर-कमलों से 6 जून 1982 को गुरदासपुर को सौंपा था। पंछी फैला रहे गंदगी
अकाली दल सरकार के समय इस फाइटर जहाज को इस चौक के बीचो बीच एक पिल्लर के ऊपर रखा गया था। मगर मौजूदा समय में जहाज की हालात यह बनी हुई है कि इस पर पक्षियों द्वारा गंदगी फैलाई जा रही है। हालांकि हवाओं के कारण सड़क से उठने वाली धूल मिट्टी भी जहाज की सुंदरता को ग्रहण लगा रही है। जहाज को शीशे के फ्रेम में कवर करने की मांग
शहरवासी पिकू सारथी, गुरचरण सिंह, बलविदर कुमार शर्मा, बलविदर बैंस, अनिल कुमार आदि का कहना है कि गुरदासपुर की शान बनते आ रहे जहाज को शीशे के फ्रेम में कवर किया जाए।