पीएसयू ने डीसी कार्यालय घेरा
बुधवार को मांगों को लेकर पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन ने डीसी कार्यालय के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : बुधवार को मांगों को लेकर पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन ने डीसी कार्यालय के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरने को संबोधित करते हुए यूनियन के प्रदेश उप प्रधान अमर क्रांति, जिला नेता मनी भट्टी व कालेज कमेटी नेता सुखजिदर पन्नू ने कहा कि केंद्र सरकार ने जलियांवाला बाग को रेनोवेट करने के नाम पर इसकी दिख को बिगाड़ दिया गया है। यह उन शहीदों का अपमान है जो पंजाब सहित साम्राज्य के खिलाफ लड़े और शहीद हुए। इसके अलावा जलियांवाला बाग जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देने वाले लोगों से टिकट के जरिए पैसे लेने की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार साम्राज्य के खिलाफ लड़ने वालों की यादों से खेल रही है जबकि अंग्रेजों से माफी मांगकर आए लोग उन्हें जनता का हीरो बनाना चाहते हैं। उन्होंने मांग की कि शहीदों से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों का रूप बदलने के बजाय उनकी मौलिकता को बरकरार रखा जाए और उन्हें जनता के लिए मुफ्त में खोलकर रखा जाना चाहिए। यूनियन के नेता रवि सिद्धू, हीना व प्रिया ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार ने हर वर्ग के साथ बहुत से वायदे किए थे, मगर यह वायदे चार साल बाद भी पूरे नहीं किए। इनमें से एक लड़कियों की पीएचडी तक पढ़ाई मुफ्त करने का था। जिस संबंधी पंजाब सरकार द्वारा कानून भी बना दिया गया है, मगर न तो इसके लिए कोई पैसा खजाने में दिया गया और न ही इसे पंजाब की शिक्षण संस्थाओं में लागू किया गया। कालेज कमेटी के नेता जतिन चौधरी और दीपक पनियाड़ ने कहा कि एक तरफ सरकार नए कालेज खोलने का ऐलान कर रही है तो दूसरी तरफ जो पहले से ही सरकारी कालेज मौजूद थे, उनमें नई पक्की भर्ती करने से भाग रही है। पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों खोले सरकारी कालेजों में अध्यापकों को वेतन देने का अतिरिक्त बोझ पुराने सरकारी कालेज के विद्यार्थियों पर डाला जा रहा है। इस मौके पर लवप्रीत सिंह, पंकज कुमार और अर्शदीप कौर आदि ने भी संबोधित किया।