वादा नहीं हुआ वफा, ट्रैफिक सिग्नल से वंचित बाईपास
ट्रैफिक सिग्नल की कमी से दूसरे राज्यों से आने वाले बड़े वाहन अक्सर गुरदासपुर के बाईपास पर दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : ट्रैफिक सिग्नल की कमी से दूसरे राज्यों से आने वाले बड़े वाहन अक्सर गुरदासपुर के बाईपास पर दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं। वर्ष 2021 में शहर के बाईपास पर हुए सड़क हादसों से सबक लेते हुए मौजूदा विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा ने परिवहन अधिकारियों के साथ मिलकर इन सभी बाईपास का दौरा भी किया था। उन्होंने सेफ्टी उपकरण के लिहाज से जगह को अपडेट करने की बात कही थी, लेकिन कुछ काम नहीं हुआ। अब इनमें से अधिकतर बाईपास को ब्लैक स्पाट घोषित कर दिया गया। यहां पर आज भी सड़क हादसों में अनेकों लोग अपनी कीमती जान गंवा चुके हैं। शहर के लोग समय-समय पर इन बाईपास पर सुरक्षा उपकरण की मांग उठाते रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब इस विधानसभा चुनाव में बाईपास पर सुरक्षा उपकरण का मुद्दा बड़ा है।
काफी समय से जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों से आने वाले वाहन गुरदासपुर के इन बाईपास पर दुर्घटनाग्रस्त होते रहे हैं। कई बार तो बड़े ट्रक इन बाईपास पर दुर्घटनाग्रस्त होकर आर्थिक तौर पर नुकसान करवा चुके हैं। शहर के शिक्षित वर्ग गुरदासपुर के सभी बाईपास को अपडेट करने की मांग को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाता रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर भी सिवाय दो पुलिस कर्मचारी खड़े करने के अलावा सरकारों ने कोई और कदम नहीं उठाया है। बब्बरी व बरियार बाईपास पर लगातार हो रहे हादसे
गुरदासपुर जिले में ऐसे दो बाईपास हैं, जहां पर पिछले पांच सालों में कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें से बब्बरी बाईपास ऐसा बाईपास है, जहां पर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली से आने वाले ट्रक चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहे हैं। जबकि बरियार बाईपास पर भी वाहनों की टक्कर आम तौर पर होती रहती है। इन बाईपास पर ना तो प्रशासनिक अधिकारियों ने कोई काम किया है और ना ही पुलिस विभाग की तरफ से यहां पर बाईपास को सड़क दुर्घटनाओं से मुक्त करवाने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।