आवारा कुत्ते की दहशत जारी, रेहड़ी चालक बाल-बाल बचा
शहर के गीता भवन रोड पर आवारा खूंखार कुत्तों द्वारा नोच-नोच कर मारे गए एक व्यक्ति जैसी घटना एक बार फिर दोहराई जाने लगी थी।
राजिदर कुमार, गुरदासपुर
शहर के गीता भवन रोड पर आवारा खूंखार कुत्तों द्वारा नोच-नोच कर मारे गए एक व्यक्ति जैसी घटना एक बार फिर दोहराई जाने लगी थी। भले ही घटना का स्थान बदल गया था, लेकिन आवारा कुत्तों का अटैक करने का स्टाइल वही था। वीरवार रात्रि दस बजे हनुमान चौक के पास रेहड़ी पर घर जा रहे सब्जी विक्रेता को दस के करीब आवारा खूंखार कुत्तों के झुंड ने घेर लिया। सब्जी विक्रेता अपने आप को आवारा कुत्तों में घिरा देख काफी डर गया। वह शोर मचाते हुए कुत्तों को भगाने के लिए हाथ-पांव मार रहा था, लेकिन कुत्ते सब्जी विक्रेता पर भौंकते ही जा रहे थे। डर के मारे सब्जी विक्रेता ने रेहड़ी को भगाने की कोशिश की, मगर कुत्ते पीछा ही नहीं छोड़ रहे थे। फिर सड़क पर घूम रहे कुछ लोगों का अचानक ध्यान सब्जी विक्रेता की ओर गया और उन्होंने वहां पर पहुंच कर उसे आवारा कुत्तों से बचाया। लोगों ने आवारा कुत्तों को जैसे-तैसे करके वहां से भगा दिया।
उक्त सारे घटना की वीडियो भी किसी ने बना ली है, जो इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल की जा रही है। काबिलेजिक्र है कि अंधेरा छाते ही शहर की सड़कों पर आवारा खूंखार कुत्ते मौत बनकर घूमने लगते हैं। अपने शिकार की तलाश में इधर-उधर झुंड बनाकर चलते फिरते हैं। उधर एक व्यक्ति की मौत होने के बाद भी आवारा कुत्तों के कहर को रोकने के लिए नगर कौंसिल गुरदासपुर की कार्रवाई फिसड्डी है। गौरतलब है कि रविवार-सोमवार की मध्यरात्रि को गीता भवन रोड पर अवारा खूंखार कुत्तों के झुंड ने बेरहमी से एक व्यक्ति को नोच-नोच कर मार डाला था। उक्त घटना के बाद नगर कौंसिल के अधिकारियों ने आठ-दस आवारा कुत्तों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपा ली और जल्द आवारा कुत्तों की नसबंदी करने को लेकर बयान भी दे दिया।
वहीं बुधवार को डीसी मोहम्मद इशफाक ने नगर कौंसिल के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने को लेकर टेंडर लगाने के निर्देश दिए गए। मगर आवारा कुत्तों की नसबंदी व कहर को रोकने के लिए नगर कौंसिल की कार्रवाई ग्राउंड लेवल पर जीरो हैं। नगर कौंसिल तो ऐसे काम कर रहा है जैसे कुछ हुआ ही न हो। उधर, दूसरी तरफ सूर्य ढलते ही शहर में अंधेरा छा जाने के बाद सड़कों पर आवारा कुत्ते मौत बन कर घूमने लगते हैं। इस कारण शहर के लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है। एक माह में 20 लोगों को कुत्तों ने काटा
शहर में लगातार आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती चली जा रही है। गुरदासपुर शहर में ही एक हजार से अधिक आवारा कुत्ते घूम रहे हैं। वहीं एक महीने में आवारा कुत्ते 20 के करीब लोगों को काट चुके हैं। आवारा कुत्ते पहले अधिकतर बच्चों को अपना शिकार बना रहे थे। लेकिन अब कुछ दिनों से बड़ों को भी नोचा जा रहा है। कुत्तों का कहर इतना बढ़ गया है कि सड़क पर चलना हर आयु के पुरुष व महिला के लिए मुश्किल हो गया है। पहले भी हो चुकी हैं कई बड़ी घटनाएं
गुरदासपुर शहर में आवारा कुत्तों द्वारा पहले भी कई बार खूनी वारदातें की गई हैं। 2016 में जेल रोड पर एक पांच वर्षीय बच्ची को स्कूल से छुट्टी होने पर सड़क पार करते समय आवारा कुत्तों के झुंड ने दबोच लिया था। बच्ची के सिर पर बड़ा कट लगा दिया था। यहां तक कि बच्ची के सिर से जड़ से बाल काफी खींच लिए थे। आसपास के दुकानदारों व राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से बच्ची को कुत्तों से बचाया। इसी तरह धारीवाल में भी 2019 में एक आठ वर्षीय बच्ची पर आवारा कुत्तों के झुंड ने उस समय अटैक कर दिया, जब वह शोच के लिए खेतों में गई हुई थी। हालांकि उसकी मां और दादी भी साथ थी, लेकिन दस कुत्तों के झुंड ने बच्ची को बेरहमी से नोच डाला। उसे 15 टांके लगे। इसके अलावा इसी साल बटाला में भी आवारा कुत्तों द्वारा तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया गया। नौ जनवरी व 14 और 27 मार्च को आवारा कुत्तों ने तीन बच्चों को नोच डाला। हालांकि उनकी जान बाल-बाल बच गई। टेंडर लगाया जा रहा है : ईओ
नगर कौंसिल गुरदासपुर के ईओ अशोक कुमार का कहना है कि आवारा कुत्तों की नसबंदी को लेकर एक-दो दिन में टेंडर लगाया जा रहा है। जल्द ही आवारा कुत्तों की शहर से संख्या कम कर दी जाएगी। नगर कौंसिल का इसी पर फोकस चल रहा है। कौंसिल अधिकारियों को दे रखे हैं निर्देश : डीसी
डीसी मोहम्मद इशफाक का कहना है कि आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने को लेकर उनकी ओर से जिले की नगर कौंसिलों के अधिकारियों के साथ गत दिनों बैठक की गई थी। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द टेंडर लगाकर आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाए।