दो गुटों में बंटे एनआरएचएम कर्मी, एक ने खत्म की हड़ताल
रेगुलर करने की मांग को लेकर कुछ दिनों से प्रदर्शन करे रहे एनआरएचएम (नेशनल रूरल हेल्थ मिशन) कर्मचारी दो गुटों में बंट गए हैं।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : रेगुलर करने की मांग को लेकर कुछ दिनों से प्रदर्शन करे रहे एनआरएचएम (नेशनल रूरल हेल्थ मिशन) कर्मचारी दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट के कर्मचारी जहां हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आए हैं, वहीं दूसरा गुट हड़ताल जारी रख प्रदर्शन जारी रखने पर तुला है।
एनआरएचएम यूनियन के पंजाब प्रधान डा. इंद्रजीत सिंह राणा ने कहा कि फिलहाल हमने फैसला किया है कि हड़ताल खत्म कर सरकार को 15 दिन का समय दें। इस कारण कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। इन 15 दिनों में सरकार ने कर्मचारियों को रेगुलर करने का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया तो फिर हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुलाजिमों को जनहित का पूरा ध्यान है। इसके साथ ही वे अपने अधिकारों को लेकर भी सचेत हैं। सरकार हर बार जनहित का तर्क देती है। लेकिन क्या मुलाजिमों के प्रति राज्य सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है? मुलाजिम सरकार से जो मांग कर रहे हैं वे कोई भी नई मांग नहीं है। कई राज्यों में सरकारों ने एनआरएचएम मुलाजिमों को रेगुलर किया है। 8
दूसरे गुट के कर्मचारी बोले-जब तक रेगुलर नहीं किया जाता हड़ताल करेंगे
उधर, दूसरे गुट के एनआरएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल कर सोमवार को भी सिविल सर्जन कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि जब तक उन्हें रेगुलर नहीं किया जाता तब तक वे कामकाज ठप रखकर प्रदर्शन करेंगे।
कर्मचारी अमनदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने सोमवार को भी सेहत विभाग का कामकाज ठप रखा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की ओर से सैंपलिग, वैक्सीनेशन व इमरजेंसी सेवाएं अब नहीं देखी जा रही। कर्मचारी ने बताया कि पंजाब सरकार से पिछले लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं कि उन्हें रेगुलर किया जाए, मगर हर बार सरकार उनके साथ टाल मटोल कर रही है।