सरकार की चेतावनी के बाद प्रदर्शन कर रहे एनआरएचएम कर्मी भी ड्यूटी पर लौटे
प्रदेश प्रधान से बगावत कर रेगुलर करने की मांग पर अड़े हुए नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के कर्मचारी भी सरकार की चेतावनी के बाद बैकफुट पर आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : प्रदेश प्रधान से बगावत कर रेगुलर करने की मांग पर अड़े हुए नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के कर्मचारी भी सरकार की चेतावनी के बाद बैकफुट पर आ गए हैं। सरकार द्वारा नौकरी से निष्कासित करने की मिली चेतावनी व कुछ लोगों को निष्कासित किए जाने के बाद बचे हुए कर्मचारियों ने भी अपना धरना समाप्त कर दिया है। हालांकि अधिकतर कर्मचारियों ने पहले ही प्रदेश प्रधान डा. इंद्रजीत राणा के आह्वान पर सरकार को 15 दिन का समय देते हुए धरना समाप्त कर दिया था। उधर, राष्ट्रीय रूरल हेल्थ मिशन पंजाब के डायरेक्टर ने समूह सिविल सर्जन को पत्र जारी कर हड़ताल पर गए हुए कर्मचारियों को ज्वाइन करवाने के निर्देश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने रेगुलर करने की मांग को लेकर धरना शुरू किया था। इसके बाद सेहत मंत्री व विभाग के उच्चाधिकारियों से हुई बैठक के बाद प्रदेश प्रधान डा. इंद्रजीत राणा ने सेहत मंत्री द्वारा मानी गई मांगों को लागू करने के लिए सरकार को 15 दिन का समय देते हुए हड़ताल समाप्त कर दी थी। इसके बाद अधिकतर कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करते हुए ड्यूटी ज्वाइन कर ली, लेकिन कुछ कर्मचारियों ने बगावत करते हुए डा. इंद्रजीत राणा को अपना प्रधान नहीं मानते हुए इस हड़ताल को जारी रखने की घोषणा की गई। इसके बाद सरकार ने भी हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्त कर उनकी जगह नई भर्ती करने का पत्र जारी कर दिया। इसके बाद हड़ताल पर बचे हुए कर्मचारियों ने भी हड़ताल को समाप्त कर ड्यूटी ज्वाइन करने का फैसला लिया। मंगलवार को सभी कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली। इसके बाद सरकार के निर्देशों पर विभाग के डायरेक्टर ने समूह सिविल सर्जन को हड़ताली कर्मचारियों को ड्यूटी ज्वाइन करने संबंधी पत्र जारी कर दिया।