मिड-डे मील कुक वर्करों ने डीईओ को सौंपा मांगपत्र
अपनी मांगों को लेकर मिड-डे मील कुक वर्करों ने डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन के सहयोग से अनेक चंद पाहड़ा व अमरजीत कौर के नेतृत्व में डीईओ (ए) सुरजीत पाल को मांगपत्र सौंपा।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : अपनी मांगों को लेकर मिड-डे मील कुक वर्करों ने डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन के सहयोग से अनेक चंद पाहड़ा व अमरजीत कौर के नेतृत्व में डीईओ (ए) सुरजीत पाल को मांगपत्र सौंपा। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कोरोना महामरी के संकट के दौरान बिना वेतन के कुक वर्करों को अपने घर का गुजारा करना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा वर्करों को 1700 रुपये प्रति महीना दस महीनों के लिए वेतन दिया जा रहा है, जबकि काम 12 महीने लिया जाता है। सरकार ने उन्हें अप्रैल से तीन हजार रुपये प्रति मासिक वेतन देने का आश्वासन दिलाया था, लेकिन वेतन बढ़ाना तो दूर की बात जो नाममात्र वेतन दिया जाता था वो भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। पिछले तीन साल से कांग्रेस सरकार ने कुक वर्करों के वेतन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की। लॉकडाउन के समय भी कोई विशेष सहायता नहीं दी। उल्टा मिड-डे मील कुक वर्करों, आशा वर्करों व फेसिलिटेजर्ज के हक में आवाज बुलंद करने पर नवांशहर प्रशासन की ओर से मजदूर यूनियन इफ्टू के प्रदेशाध्यक्ष कुलविदर सिंह वड़ैच व अन्य आशा वर्कर व नेताओं पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। इस मौके पर अमरजीत सिंह मनी, गुरदयाल चंद, सुखजिदर सिंह, सुरेश कुमार शर्मा, अंजू बाला, पूजा देवी आदि उपस्थित थे।