नशा छुड़ाओ केंद्र को रिहायशी मोहल्ले में से बाहर शिफ्ट करने की मांग
शहर के सेक्टरी मोहल्ला की रिहायशी कालोनी में खुले एनजीओ द्वारा संचालित नशा छुड़ाओ केंद्र को रिहायशी मोहल्ले में से बाहर शिफ्ट करने की मांग को लेकर मोहल्ला वासियों ने विधायक डीसी मोहम्मद इशफाक सिविल सर्जन व नगर कौंसिल के कार्यकारी अधिकारी को मांगपत्र सौंपा।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : शहर के सेक्टरी मोहल्ला की रिहायशी कालोनी में खुले एनजीओ द्वारा संचालित नशा छुड़ाओ केंद्र को रिहायशी मोहल्ले में से बाहर शिफ्ट करने की मांग को लेकर मोहल्ला वासियों ने विधायक, डीसी मोहम्मद इशफाक, सिविल सर्जन व नगर कौंसिल के कार्यकारी अधिकारी को मांगपत्र सौंपा।
इस दौरान मोहल्ला निवासी बलदेव, जसवंत सिंह, रजवंत सिंह, जसपाल, विनोद शर्मा, कृष्ण चंद, कुलविदर सिंह आदि ने बताया कि उनके मोहल्ले में एक नशा छुड़ाओ केंद्र खोला गया है। उन्होंने बताया कि बहुत से शरारती तत्व सरेआम इलाके में घूमते रहते हैं। मोहल्ले में दो बड़े शिक्षण संस्थाएं भी हैं, जिनमें उनके बच्चों सहित अन्य पढ़ रहे विद्यार्थियों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। उन्हें अंदेशा है कि मोहल्ले के नाबालिग बच्चे इन नशेड़ियों की चंगुल में फंस सकते हैं। जबकि महिलाओं का घर से बाहर निकलना भी कठिन हो चुका है। इस मौके पर बलदेव राज, विनोद शर्मा, नीरज कुमरा, कुलविदर कुमार आदि उपस्थित थे। केंद्र शिफ्ट नहीं करने पर संघर्ष की चेतावनी
इस दौरान डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट पंजाब गुरदासपुर के पूर्व महासचिव व जम्हूरी अधिकार सभा के कार्यकारी कमेटी सदस्य प्रिसिपल अमरजीत सिंह मनी, अमरजीत शास्त्री, सुखविदर पाल, गुरप्रकाश बेदी, जसपाल, जसवंत सिंह ने बताया कि एक तरफ सरकार की ओर से नशा छुड़ाने, नशे के सौदागरों को नकेल डालने के बड़े बड़े दावे किए जाते हैं, मगर स्थिति के विपरीत नाबालिग बच्चे, बच्चियों की नशे की पूर्ति के लिए गलियों में घूमते फिरते रहते हैं। उन्होंने मांग की कि उन्हें परेशानी से बचाने के लिए ऐसे कार्यालयों को रिहायशी कालोनी से बाहर किया जाए। यदि ऐसा न हुआ तो संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे।