पोल्ट्री फार्मो में मुर्गो की कमी से मीट के दाम बढ़े
कोरोना के कारण पोल्ट्री उद्योग व पोल्ट्री धंधे पर बुरा असर पड़ा है।
कुलदीप जाफलपुर, काहनूवान
कोरोना के कारण पोल्ट्री उद्योग व पोल्ट्री धंधे पर बुरा असर पड़ा है। पोल्ट्री फार्मो में मुर्गे की कमी के कारण मीट के दाम आसमान को छू रहे हैं। मीट के दाम अधिक बढ़ने से यह कारोबार करने वाले लोगों नराश है। इसे खरीदने के लिए कोई भी ग्राहक नहीं आ रहा है।
चिकन की दुकान चलाने वाले कर्ण ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान अंदर खाते मार्केट में मुर्गे का मीट 20 से 40 रुपये किलो बिक रहा था, मगर अब अनलॉक होने से मीट के दाम बढ़ गए हैं। उन्होंने बताया कि 190 से 240 रुपये तक मीट बिक रहा है। इसे खरीदने के लिए कोई भी ग्राहक नहीं आ रहा है। इस संबंधी बातचीत करते हुए कुछ मीट के व्यापारियों ने बताया कि मीट महंगे होने के चलते ग्राहक बेहद कम आ रहा है। उन्होने कहा कि पहले ही कोरोना के चलते उनका कारोबार ठप्प हो गया था। लेकिन अब मीट के दाम बढने से उनका कारोबार चौपट होकर रह गया है। उधर, एक पोल्ट्री शैड के मालिक से बातचीत की गई तो उन्होंने बताय कि सामान्य हालातों में 15 रुपये मिलने वाले चूचे की कीमत 44 रुपये तक पहुंच गई है। 70 फीसद पोल्ट्री फार्मों में मुर्गा न होने के चलते मीट की कीमतें बढ़ी है। लॉकडाउन के चलते छाई मंदी के कारण पोल्ट्री शैड मालिक मुर्गा पालन से असमर्थ हो चुके है।