पुरस्कार वितरण समारोह में छाई भारतीय उत्सवों की छटा
आरडी खोसला डीएवी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 39वें वार्षिक पुरस्कार वितरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारतीय उत्सवों की छटा छाई रही।
संवाद सहयोगी, बटाला : आरडी खोसला डीएवी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 39वें वार्षिक पुरस्कार वितरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारतीय उत्सवों की छटा छाई रही। छोटे-छोटे बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम पेश किया।
विद्यालय के चेयरमैन अरविद खोसला, प्रेजिडेंट अजय खोसला, प्रधानाचार्या बिदू भल्ल और प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने केएल गुप्ता, भूपिदर सिंह, अश्वनी शर्मा, मोनिका खोसला, वरिदर कांसरा, मनीषा खोसला ने ज्योति प्रज्जवलित करने में उनका साथ दिया। विद्यालय प्रधानाचार्या बिदू भल्ल ने मुख्य अतिथि, मेहमानो और अभिभावकों का हार्दिक अभिनंदन किया। उन्होंने अपना बहुमूल्य समय निकालकर इस कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम के थीम उत्सव छटा के विषय में बताते हुए कहा कि जिस प्रकार उत्सव हमारी संस्कृति की पहचान है और ये हमें एकता के सूत्र में बांधते है। उसी तरह आरडी खोसला विद्यालय का उद्देश्य छात्रों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों का ज्ञान देना तथा सर्वधर्म समभाव सिखना है। मुख्य अतिथि बलविदर सिंह ने कार्यक्रम के थीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि छोटे-छोटे बच्चों से ऐसे कार्यक्रम करवाना बहुत कठिन होता है, पर विद्यालय- प्रधानाचार्या शिक्षकों और मैनेजमेंट का परिश्रम और प्रयास इसमें झलकता है। यह विद़यालय छात्रों को गुणवता युक्त शिक्षा देने के साथ- साथ छात्रों की कलात्मकता, रचनात्मकता और प्रतिभा को भी निखार रहा है। विद्यालय के चेयरमैन अरविद खोसला और प्रेजीडेंट अजय खोसला ने मुख्य अतिथि, मेहमानों, अभिभावकों तथा शिक्षकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि विद्यालय समाज को चमकते सितारे और अनुशासित नागरिक प्रदान कर रहा है। यहां छात्रों की जीवन का वास्तविक महत्व समझाया जाता है।
नन्हे-मुन्ने बच्चों ने लोक नृत्य के माध्यम से भारतीय उत्सवों और संस्कृति की अछ्वुत छटा बिखेर कर सबका मन मोह लिया और अनेकता में एकता तथा आपसी भाईचारे का संदेश दिया। मुख्य अतिथि ने विजेता छात्रों को पुरस्कृत कर उनका उत्साह बढ़ाया। विद्यालय की ओर से मुख्य अतिथि को शाल और समृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। ये कार्यक्रम पेश
विद्यार्थियों ने गणेश वंदना, सूफी नृत्य, शिव लीला, गोवा कार्निवाल, बैसाखी, पोंगल, ओनम, ईद, बीहु, दुर्गा पूजा, दीपावली, जन्माष्टमी, पुष्कर मेला,गर्बा नृत्य, क्रिसमस, भंगड़ा, नागा, नृत्य, वसंत पंचमी और होली आदि उत्सवों की छटा विभिन्न नृत्यों के माश्यम से बिखेरी। भारतीय संस्कृति व विभिन्नता में एकता की झलक प्रस्तुत की।