श्रम कानूनों में संशोधन के विरोध में मजदूरों ने केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
श्रम कानूनों में संशोधन के विरोध में इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन ने शुक्रवार को लेबर चौक में विशाल रैली करके केंद्र सरकार के खिलाफ नरेबाजी की।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : श्रम कानूनों में संशोधन के विरोध में इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन ने शुक्रवार को लेबर चौक में विशाल रैली करके केंद्र सरकार के खिलाफ नरेबाजी की। इसके बाद डीसी मोहम्मद इशफाक को मांगपत्र सौंपा गया। इसकी अध्यक्षता हरजिदर सिंह, बलविदर सिंह, सुरिदर कुमार और चरणजीत सिंह ने संयुक्त तौर पर की।
रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला प्रधान जोगिदर पाल पनियाड़, सुखदेव राज बहरामपुर और जोगिदर पाल घुराला ने बताया कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों में संशोधन कर 44 श्रम कानूनों को रद कर चार लेबर कोड कानून को एक जुलाई से पूरे भारत में लागू कर दिया है, जोकि भारतीय मजदूर वर्ग के लिए आने वाले समय में घातक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि देश गहरे आर्थिक संकट में से गुजर रहा है। महंगाई और बेरोजगारी उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। मजदूरों को परिवार चलाना कठिन हो चुका है। नए श्रम कोडों के लागू होने से फैक्ट्री कानून, कंस्ट्रक्शन वर्करों के लिए बना कानून भी खत्म हो जाएगा। श्रमिकों का यूनियन बनाने का अधिकार भी खत्म कर दिया गया है। अधिकार खत्म करने के साथ-साथ श्रमिकों को काम पर रखने और निकालने का अधिकार भी मालिकों के समर्थन में कर दिया है। उन्होंने अपनी संगठन द्वारा केंद्र सरकार से यह कोड वापस लेने की मांग की, क्योंकि यह मजदूर विरोधी है। इस मौके पर महिदर पाल, पवन कुमार, गुविदर सिंह, कुंदन लाल, राम सिंह, बचित्र सिंह, सोमनाथ आदि उपस्थित थे।