ट्रांसपोर्ट मंत्री के हलके में उड़ रही यातायात नियमों की धज्जियां
एक और जहां ट्रांसपोर्ट मंत्री की ओर से यातायात नियमों को सख्ती से लागू करवाई जाने की बात की जा रही है तो वहीं इन दिनों प्रदेश की ट्रांसपोर्ट मंत्री के अपने हलके में ही यातायात नियमों की धज्जियां उड़ती देखी जा रही हैं।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : एक और जहां ट्रांसपोर्ट मंत्री की ओर से यातायात नियमों को सख्ती से लागू करवाई जाने की बात की जा रही है तो वहीं इन दिनों प्रदेश की ट्रांसपोर्ट मंत्री के अपने हलके में ही यातायात नियमों की धज्जियां उड़ती देखी जा रही हैं।
बुधवार को अमृतसर से पठानकोट की ओर जा रही एक निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस ने सवारियों को ओवरलोडेड करते हुए बस की छत पर बिठा रखा था। हैरानी की बात यह रही कि ना तो इसकी भनक परिवहन विभाग के अधिकारियों को लगी और ना ही ट्रैफिक अधिकारी इसे देख पाए। हालांकि शहर के चौराहों में पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाने के बावजूद भी ऐसे वाहन चालक आसानी से नाकों से भी गुजर जाते हैं। फिर भी पुलिस की ओर से कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती । इसके अतिरिक्त दीनानगर बस स्टैंड से रोजाना 200 से ज्यादा बसों का आवागमन पठानकोट एवं अमृतसर की ओर होता है ,जिनमें अधिकतर बसें यातायात नियमों को पूरा नहीं करते लेकिन फिर भी सड़कों पर फराटे से दौड़ती दिख रही है। विगत दिनों जागरण की ओर से ओवरलो¨डग सवारियों की समस्या को गंभीरता से प्रकाशित किए जाने के पश्चात आरटीओ की ओर से ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की बात कही गई थी। अब अधिकारी आश्वासनों के बावजूद कुछ भी करते नहीं दिख रहे हैं, जबकि आश्वासन पर आश्वासन देते चले जा रहे हैं।
अधिक से सवारियों की होड़ में बैठाते हैं छत पर सवारियां
अक्सर देखा गया है निजी बस चालक अधिक सवारियों की होड़ में अपनी सवारियों की जान से खिलवाड़ कर जाते हैं और उन्हें बस की छतों पर सफर करने के लिए कहते हैं। ऐसा सरासर निजी बस संचालक अपने मुनाफे के लिए करते हैं। बता दें कि दीनानगर में अधिकतर बिजली तारे बेहद कम दूरी पर है लटकी हुई है। जिसके चलते कोई भी हादसा घटित हो सकता है । लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस और बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं और ना ही निजी बस संचालक सवारियों के हित में कोई ध्यान अग्रसर कर रहे हैं।
अन्य मानकों को भी नहीं करते पूरा
परिवहन विभाग के उच्च स्थित सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सड़कों पर चलने वाले वाहनों में सबसे पहले फर्स्ट एड किट, वूमेन आरक्षित सीट, वूमन हेल्पलाइन नंबर, अग्निशमन यंत्र आदि का होना बेहद जरूरी होता है। पठानकोट अमृतसर राज्य मार्ग पर दौड़ने वाली अधिकतर निजी व सरकारी बसों में ऐसी कोई भी सुविधा कम ही देखने को मिल रही है। यहां तक की सरकारी बसों में हालत तो बद से बदतर है, उनमें स्पीडोमीटर भी पूरी तरह से खराब हो चुके हैं और अधिकतर सरकारी बसों की हालत भी बेहद खटारा हो चुकी है जिसके चलते अब लोग सरकारी बसों में भी बैठने पर भी गुरेज करते हैं।
शहरों में भी ओवर स्पीड से गुजरते हैं निजी बस चालक
स्पीड को नियंत्रित गति के हिसाब से रखने के लिए परिवहन विभाग की ओर से सड़कों के किनारे स्पीड संकेतक बोर्ड लगाए गए हैं। इसके बावजूद भी निजी बस चालकों की स्पीड कम नहीं होती, जिसके चलते कई हादसे घटित हो चुके हैं और लोगों को अपनी ¨जदगियों से हाथ धोना पड़ चुका है। हैरानी की बात यह है कि अब भी दीनानगर में बसों की एंट्रेंस के दौरान तारागढ़ मोड़ चौक से बेरी चौक तक बसों की स्पीड ओवर की रहती है। इसके चलते कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। हालांकि लोगों द्वारा पहले भी इस संबंधी मांग पत्र स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा गया है लेकिन फिर भी कोई भी कार्रवाई अभी तक जहन में देखने को नहीं मिली है।
अब जल्द होगी कार्रवाई : आरटीओ
उधर, इस संदर्भ में जब आरटीओ बलदेव ¨सह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अब वह जल्द ही दीनानगर में नाका लगाकर ऐसी बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही दीनानगर में नाका लगाकर यातायात नियमों का पालन ना करने वाली बसों के चालान काटे जाएंगे जबकि अवैध रूप से चल रही बसों को इंपाउंड किया जाएगा।