शहीदों के परिवारों ने कहा, पाक को दें मुंह तोड़ जवाब
जम्मू-कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर की चम्बलयाल पोस्ट पर पाक सेना द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर की गई भारी गोलाबारी से बीएसएफ के चार जवान शहीद होने पर सारे देशवासियों का गुस्सा चरम पर है। इस घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद व शहीद परिवारों ने परिषद कार्यालय में बैठक कर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए सरकार को इस घटना का मुंह तोड़ जवाब देकर अपने शहीद सैनिकों की शहादत का बदला लेने को कहा है।
संवाद सहयोगी,गुरदासपुर : जम्मू-कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर की चम्बलयाल पोस्ट पर पाक सेना द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर की गई भारी गोलाबारी से बीएसएफ के चार जवान शहीद होने पर सारे देशवासियों का गुस्सा चरम पर है। इस घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद व शहीद परिवारों ने परिषद कार्यालय में बैठक कर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए सरकार को इस घटना का मुंह तोड़ जवाब देकर अपने शहीद सैनिकों की शहादत का बदला लेने को कहा है।
इस अवसर पर कुछ दिन पहले शहीद हुए कांस्टेबल मंजीत सिंह की माता कुंती देवी व पिता नानक चंद, शहीद लेफ्टीनेंट नवदीप ¨सह के पिता कैप्टन जो¨गदर ¨सह, शहीद मक्खन ¨सह के पिता हंस राज, शहीद ज¨तदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद इंस्पेक्टर प्रेम मसीह की पत्नी रानी देवी, शहीद कांस्टेबल रणधीर ¨सह के पिता सुख¨वदर ¨सह, शहीद सिपाही निशान ¨सह के भाई कैप्टन तरलोक ¨सह, शहीद लांसनायक बिक्रम दत्त के भाई योधराज ने नम आंखो से बताया कि आये दिन हमारे सैनिक सीमा पर शहीद हो रहे है। एक सैनिक की चिता अभी ठंडी नहीं होती कि दूसरे सैनिक का तिरंगा में लिपटा हुआ शव परिवारों के पास पहुंच रहा है। इस लिए अब समय गया है कि सरकार पाकिस्तान के प्रति कड़ा रुख अख्तियार कर उसके हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दे। इस अवसर पर जिला एन.आर.आई सभा के प्रधान एन.पी ¨सह, ग्राम सुधार सभा बहरामपुर के प्रधान ठाकुर विजय सलारिया, सूबेदार शक्ति पठानिया आदि उपस्थित थे।
बैठक में परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की ने कहा कि रमजान महीना शुरू होते ही केंद्र सरकार ने कश्मीर घाटी में सीजफायर की घोषणा कर भारतीय सैनिकों को पहले गोली न चलाने के निर्देश देकर सद्भावना दिखाई, मगर आतंकी संगठनों व पाक सेना ने भारत सरकार के इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए रमजान महीने में पहले से ज्यादा आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया तथा पाक सेना ने भी इस महीने कई बार सीजफायर का उल्लंघन करते हुए सीमा पर गोलीबारी की। पाक सेना की ऐसी घिनौनी हरकत गत रात्रि देखने को मिली, जहां जम्मू कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में उनके द्वारा की गई गोलाबारी में बीएसएफ की 62 बटालियन के सहायक कमांडेंट ज¨तदर ¨सह, एसआइ राजेश कुमार, एएसआइ राम निवास व कांस्टेबल हंसराज शहीद हो गए। कुंवर विक्की ने कहा कि जनवरी से लेकर अब तक हमारे 27 जवान राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान हो चुके है। आखिर कब तक हमारे जांबाज सैनिक शहादतें देते रहेंगे, इसका जवाब आज हर देशवासी सरकार से मांगता है। अगर सरकार ने आतंक के पौषक पाकिस्तान को अब भी कड़ा सबक न सिखाया तो हमारे वीर जवानों की शहादतों का सिलसिला इसी तरह चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीन बार डीजीएमओ स्तर की वार्ता में पाक सेना ने वायदा था कि सीजफायर का उल्लंघन नहीं करेंगे, लेकिन वार्ता के दूसरे दिन ही सीमा पर गोलाबारी कर पाक ने यह साबित कर दिया कि वह भरोसे के काबिल नहीं है। इस लिए सरकार को चाहिए कि कश्मीर में सीजफायर का आदेश वापिस ले, सेना को फ्री हैंड करे।