ट्रैफिक सिग्नल नहीं होने से लग रहा जाम
यातायात व्यवस्था सुधारने के नाम पर भले ही पुलिस विभाग की ओर से ट्रैफिक पुलिस नामक अलग विग बनाई गई हो लेकिन व्यवस्था सुधारने की ओर प्रशासनिक अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
यातायात व्यवस्था सुधारने के नाम पर भले ही पुलिस विभाग की ओर से ट्रैफिक पुलिस नामक अलग विग बनाई गई हो, लेकिन व्यवस्था सुधारने की ओर प्रशासनिक अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। देश की आजादी के बाद से जिले में लगातार हर साल दर साल वाहनों की संख्या में इजाफा होता गया जबकि सड़कें तंग होती गई। जालंधर, अमृतसर जैसे बड़े शहरों में तो ट्रैफिक सिग्नल लगा दिए गए, लेकिन गुरदासपुर जिले का नाम पंजाब सरकार के खाते से ही खत्म दिखाई दे रहा है।
भले ही शहर में कुछ चौक छोटे हो, लेकिन जो चौक खुले व बड़े हैं उन चौक में भी ट्रैफिक सिग्नल की कोई व्यवस्था नहीं है। सरकारें भी विकास कार्य के नाम पर अपना अलग से ढिढोरा पिटती हैं। जाम में फंसे लोग सिस्टम को कोसते दिखाई देते हैं। पुरानी सब्जी मंडी चौक में तो ट्रैफिक का मकड़जाल है। ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए प्लान बनाएं अधिकारी
रोजाना सब्जी मंडी चौक से गुजरने वाले शहर निवासी विक्रम शर्मा, कर्म जोत सिंह, कुशल शर्मा का कहना है कि चौक में ट्रैफिक सिग्नल अति जरूरी है। प्रशासन व सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। ट्रैफिक जाम में फंसे लोग कई बार प्रशासन को कोसते हैं। लोगों का कहना है कि कई बार एंबुलेंस भी चौक में फंस जाती है। पुलिस प्रशासन व एसएसपी सहित डिप्टी कमिश्नर को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। यह शहर का एक सबसे बड़ा मुद्दा है, आज ट्रैफिक व्यवस्था विकराल रूप धारण कर रही है। इसके समाधान के लिए रोजाना प्लान बनाया जाना चाहिए और व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। कोट्स
गोलाई वाली चौक में ट्रैफिक लाइट की आवश्यकता नहीं होती है। अगर जिला प्रशासन हमें कोई फंड जारी करे तो हम लाइट संबंधी प्लान तैयार करके यह कार्य शुरू कर सकते हैं।
-निर्मल सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी। ट्रैफिक सिग्नल लगाने संबंधी प्रपोजल चल रही है। नगर कौंसिल और पीडब्ल्यूडी से संपर्क करके इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
-सुखपाल सिंह, डीएसपी सिटी। --
ट्रैफिक लाइटों संबंधी उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देशों पर काम शुरू किया जाएगा। लोगों को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाई जाएगी।
-अशोक कुमार, ईओ।