लि¨फ्टग न होने से सड़ रहा सैकड़ों क्विंटल अनाज
एक ओर जहां लोग अनाज के लिए दाने-दाने को तरस रहे हैं, वहीं, दीनानगर अनाज मंडी में फूड सप्लाई व मंडी बोर्ड विभागों की लापरवाही के चलते कई क्विंटल अनाज मंडियों में ही सड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : एक ओर जहां लोग अनाज के लिए दाने-दाने को तरस रहे हैं, वहीं, दीनानगर अनाज मंडी में फूड सप्लाई व मंडी बोर्ड विभागों की लापरवाही के चलते कई क्विंटल अनाज मंडियों में ही सड़ रहा है। जिला प्रशासन द्वारा खरीद एजेंसियों को हर बार खरीदी गई फसलों को उठाने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन हर बार जिला प्रशासन के निर्देशों का उल्लंघन किया जाता है। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता।
दीनानगर अनाज मंडी में इन दिनों कई क्विंटल अनाज सड़ रहा है, लेकिन इसकी सुध न तो मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने ली है और न ही संबंधित खरीद एजेंसियों ने। बता दें कि सीजन के दौरान मंडी बोर्ड के अधिकारियों द्वारा खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को फसलों को उठाने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन सख्ती से निर्देश ना दिए जाने के चलते खरीद एजेंसियों उक्त फसलों को मंडी में ही रहने देते हैं। इसके चलते पिछले कई वर्षो से सैकड़ों क्विंटल अनाज मंडियों में भी सड़ रहा है। मंडी बोर्ड के अधिकारियों द्वारा भी निर्देश देकर मात्र खानापूर्ति की जाती है। मामले में मंडी बोर्ड के अधिकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं करते, जिसके चलते ही मंडी में अनाज सड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संबंधित खरीद एजेंसियों के पास स्टॉक रखने के लिए स्थान ना होने के चलते ही अनाज को मंडियों में रहने दिया जाता है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि अगर स्टॉक रखने की कमी एजेंसियों को आती है तो वे आखिर अधिक गेहूं की खरीद क्यों करती हैं। निर्देश देने के बाद कार्रवाई करना भूल जाते हैं अधिकारी
ऐसा कोई पहली बार नहीं हो रहा कि जब मंडी में अनाज सड़ रहा हो, पहले भी ऐसा होता रहा है। हैरानी की बात यह है कि निर्देश देने के पश्चात मंडी बोर्ड के अधिकारी आखिर संबंधित खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के खिलाफ आखिर कार्रवाई क्यों नहीं करते। सीजन के खत्म होने के दौरान डीसी साहब को रिपोर्ट में लि¨फ्टग संबंधी तो पूरा ब्यौरा दे दिया जाता है, लेकिन मंडियों में खरीद एजेंसियों का यह भंडारण वहीं का वहीं पड़ा रहता है जो अंत में सड़कर तबाह हो जाता है। मंडी बोर्ड के अधिकारियों एवं खरीद एजेंसियों के अधिकारियों से इस संदर्भ में पूछा जाएगा कि आखिर अनाज कैसे सड़ रहा है। लापरवाही देखने पर अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-विपुल उज्जवल, डीसी।