गेहूं की बुआई के दौरान खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी : कृषि अधिकारी
जिले में चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई के लिए डाया उर्वरक (खाद) की कमी नहीं होने दी जाएगी।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : जिले में चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई के लिए डाया उर्वरक (खाद) की कमी नहीं होने दी जाएगी। इससे किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डा. रणधीर ठाकुर कृषि अधिकारी ने कहा कि डीसी के निर्देशन में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले के किसानों को गेहूं की बुआई में किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि रबी सीजन में लगभग 25000 मीट्रिक टन डाया उर्वरक की खपत हुई थी। जिले में लगभग 16000 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक और 4600 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक उपलब्ध है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे घबराएं नहीं, केवल आवश्यक उर्वरकों का उपयोग करें और उर्वरकों के भंडारण से परहेज करें। ठाकुर ने कहा कि डीसी के नेतृत्व में जिले के सभी उर्वरक थोक विक्रेताओं के साथ बैठक कर उन्हें निर्देश दिया गया है कि निर्धारित दर से अधिक जमा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और किसी भी किसान को कोई समस्या आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। यदि ऐसा है तो वे अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से कृषि वैज्ञानिकों की राय के अनुसार खाद का उपयोग करने और धान की कटाई के बाद फसल के अवशेषों में आग लगाने से बचने की अपील की।