ठेकों के बाहर नहीं लग रही रेट लिस्ट, पैग के शौकीनों से अधिक वसूली
पंजाब सरकार की ओर ठेकों के बाहर शराब की रेट लिस्ट लगाने के सख्त निर्देश दिए जाने के बावजूद भी सर्कल दीनानगर के ठेकों में रेट लिस्ट नजर ही नहीं आ रही है।
शंकर श्रेष्ठ, दीनानगर : पंजाब सरकार की ओर ठेकों के बाहर शराब की रेट लिस्ट लगाने के सख्त निर्देश दिए जाने के बावजूद भी सर्कल दीनानगर के ठेकों में रेट लिस्ट नजर ही नहीं आ रही है। हालांकि इसके विरोध में नगर कौंसिल के सफाई कर्मियों द्वारा विगत माह को रोष प्रदर्शन भी किया गया था। इसके बाद ठेके का¨रदों की ओर से ठेके के बाहर रेट लिस्ट लगाने का आश्वासन दिया गया था परंतु, अभी तक शहर के ठेकों पर रेट लिस्ट को लगाना ठेकेदारों व संबंधित आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा यकीनी ही नहीं बनाया गया है।
जानकारी के मुताबिक इन दिनों ठेका मालिक शराब को अधिक दाम पर बेच कर खूब मुनाफा कमा रहे हैं तो वहीं इसका शिकार जाम का आनंद लेने वाले शौकीनों को भुगतना पड़ रहा है। जाम के इच्छुक लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा ठेकों के बाहर रेट लिस्ट लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं लेकिन, इसको जांचने के लिए आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा कभी भी दीनानगर में चे¨कग नहीं की गई है। आबकारी विभाग की ओर से दीनानगर में रेट लिस्ट को यकीनी ना बनाए जाने के चलते इन दिनों विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है? लोगों का कहना है कि अभी तक दीनानगर में किसी भी ठेके पर रेट लिस्ट का ना होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सुबह जल्दी और देर रात तक खुले रहते हैं ठेके
कई बार देखा गया है कि दीनानगर सर्कल के ठेके सरकार व आबकारी विभाग के निर्देशों के विपरीत सुबह जल्दी और रात को लेट तक खुले रहते है । हालांकि पुलिस कर्मियों का कहना है कि वह रात के समय गश्त करते हैं। बाबजूद उसके ठेके पर बैठे का¨रदों की ओर से शराब को गुपचुप तरीके से बेचा जाता है। अपना नाम ना बताने की शर्त पर एक शराब शौकीन व्यक्ति ने बताया कि वह रात के समय जब मर्जी चले जाएं, उन्हें ठेके पर बैठे लोगों द्वारा शराब बेच दी जाती है हालांकि उसके लिए उनसे 10 रुपए अधिक लिए जाते हैं। घरों में निकलती है देसी शराब-
प्रदेश को नशा मुक्त करने के प्रयास में पंजाब की कांग्रेस सरकार जोरों शोरों से कार्य कर रही है किन्तु उसके विपरीत पंचायत चुनाव होने के कारण आज कल घरों में देसी शराब निकालने की प्रक्रिया जोरों पर चल रही है। सूत्रों की माने तो सीमावर्ती हल्का होने के कारण क्षेत्र में देसी शराब का कारोबार खूब चलता है और अब उपर से पंचायत चुनाव आने से देसी शराब विक्रेता जोरों से देसी शराब बनाने में लगे है, ताकि पंचायत चुनावों के मध्य खूब कमाई कर सके। ठेकों के बाहर रेट लिस्ट होना अनिवार्य : ईटीओ
उधर इस संदर्भ में जब ईटीओ लवजोत ¨सह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि ठेकों के बाहर रेट लिस्ट लगनी चाहिए और कोई ठेकेदार ठेके के बाहर रेट लिस्ट नही लगाता है तो वो सरकार के नियमों के खिलाफ जा रहा है जो कानून जुर्म है । उन्होंने कहा कि बहुत जल्द दीनानगर सर्कल के ठेकों का दौरा करेंगे। जिन ठेकों पर रेट लिस्ट नही लगाई गई है वहां रेट लिस्ट लगवाई जाएगी ताकि किसी तरह की किसी को समस्या न हो ।