किस के सिर पर सजेगा भाजपा जिला प्रधानगी का ताज
भाजपा के संगठात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। जिला गुरदासपुर के 14 में से आठ मंडलों के प्रधान भी नियुक्त कर दिए गए है।
सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर : भाजपा के संगठात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिला गुरदासपुर के 14 में से आठ मंडलों के प्रधान भी नियुक्त कर दिए गए हैं जिसके बाद अब सभी की नजरें जिला प्रधान की कुर्सी पर आ टिकी है। हालांकि प्रमुख तौर पर इस दौड़ में पांच लोगों के नाम चर्चा में है। उक्त पांचों लोगों को लेकर लोगों ने अलग-अलग तर्क दिए जा रहे कि उनके नाम पर ही चर्चा क्यों हो रही है। गौरतलब है कि भाजपा जिला गुरदासपुर ने 14 मंडल है जिनमें से आठ मंडलों के प्रधानों की नियुक्तियां कर दी गई है। जबकि शेष छह मंडलों पर भी चुनाव प्रक्रिया आगामी कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगी। इसके बाद सबकी नजरें जिला प्रधान की कुर्सी पर आ टिकी हैं। प्रमुख तौर पर जिला प्रधान की दौड़ में मौजूदा जिला प्रधान बाल कृष्ण मित्तल,किसान विग के नेता रणजीत सिंह काहलों, पूर्व जिला प्रधान अशोक वैद,सीनियर नेता परमिदर गिल व जिला उप प्रधान विकास गुप्ता के नाम शामिल है। इन नेताओं द्वारा उक्त कुर्सी को हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोड़ लगाया जा रहा है। बाल कृष्ण मित्तल : मौजूदा जिला प्रधान बाल कृष्ण मित्तल जिले के सबसे पुराने नेताओं में शामिल हैं। जिला प्रधान व प्रदेश के कई अहम पदों पर रहने के कारण उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इसके साथ ही कई पंजाब व राष्ट्रीय नेताओं से मित्तल के काफी नजदीकी संबंध होने के कारण मित्तल इस दौड़ में पहली कतार में नजर आ रहे हैं। पूर्व सांसद विनोद खन्ना की हर चुनाव में मित्तल की अहम भूमिका रही है। जबकि सनी देयोल के चुनाव में मित्तल ही जिला प्रधान होने के चलते चुनाव मुहिम को आगे बढ़ाते रहे हैं। रणजीत सिंह काहलों : रणजीत सिंह काहलों की बात की जाए तो वह पिछले लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़ रहे हैं और विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं। काहलों के आरएसएस नेताओं के साथ भी काफी नजदीकी संबंध होने के कारण वह इस दौड़ में काफी मजबूत दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही भाजपा द्वारा पंजाब में सिख चेहरों का जो दांव लगाया जा रहा है। अगर उस नीति पर काम किया जाता है तो काहलों को काफी मजबूत दावेदार माना जा सकता है।
अशोक वैद :
भाजपा के पूर्व जिला प्रधान रह चुके अशोक वैद अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं में अपनी अच्छी पहचान बना चुके हैं। पूरे जिले में पार्टी वर्करों के हक में दिन रात हाजिर रहने वाले और वर्करों का आवाज मजबूती से उठाने के कारण भाजपा वर्करों में वैद को लेकर कई उम्मीदें हैं जिसके चलते वैद इस दौड़ में जनहित नेता के रुप में सामने आ रहे हैं। अगर पार्टी द्वारा वर्करों की आवाज को सुना जाता है तो वैद एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
परमिदर गिल : परमिदर गिल को भाजपा में शामिल हुए भले ही कुछ साल ही हुए है। लेकिन राजनीति में उनका काफी अनुभव है। साफ छवि के मालिक परमिदर गिल भले ही किसी भी पार्टी में रहे हों,लेकिन राष्ट्रीय नेताओं के साथ उनके काफी नजदीकी संबंध रहे हैं। मौजूदा समय के हालात भी यही हैं। इससे पहले भाजपा के हुए जिला प्रधान के चुनाव के दौरान भी परमिदर गिल के नाम पर काफी चर्चा हुई थी। इस बार भी गिल को जिला प्रधान के लिए मजबूत दावेदार के रुप में देखा जा रहा है।
विकास गुप्ता : विकास गुप्ता पिछले लंबे समय से पार्टी के पार्षद चले आ रहे हैं। इसके साथ वह मंडल प्रधान भी रह चुके हैं और मौजूदा समय जिला उप प्रधान के पद पर काम कर रहे हैं। विकास गुप्ता की पार्टी प्रति निष्ठा को देखते हुए यह माना जा रहा है कि पार्टी द्वारा अगर नए चेहरे को मौका दिया जाता है को विकास गुप्ता मजबूत दावेदार हो सकते हैं। विकास गुप्ता समय समय पर पार्टी के हक में आवाज बुलंद करते रहे हैं।