इधर, प्रशासन 4555 और बेड का कर रहा प्रबंध
कोरोना वायरस को लेकर पंजाब सरकार की ओर से लगातार जिलों को दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
कोरोना वायरस को लेकर पंजाब सरकार की ओर से लगातार जिलों को दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना महामारी अगर फैलती है तो उसके लिए प्रशासन को लगातार पुख्ता प्रबंध करने पड़ रहे हैं। डीसी ने वीरवार को शहर के निजी अस्पताल चलाने वाले डॉक्टरों के साथ एक बैठक की। इसमें उन्होंने कहा है कि जिले के अंदर विभिन्न जगहों पर बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में 700 बेड का प्रबंध किया गया है। अब ऐसी 44 जगहों की तलाश कर ली गई हैं, जिनमें 4455 बेड लगाए जाएंगे।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लोगों को अपने घरों में रहने की बार-बार अपील क्यों कर रहा है। इसको लोग समझ नहीं पा रहे आखिर कोई ऐसी विपदा प्रशासन को प्रतीत हो रही है। मानव प्रशासन की ओर से इससे निपटने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। लगातार पंजाब में कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ रही संख्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। भले ही गुरदासपुर जिले में कोरोनावायरस से संबंधित कोई भी पॉजिटिव मरीज नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी ऐसा कुछ ना हो इसके लिए प्रशासन तैयारी में है। जरूरत पड़ने पर ली जाएगी प्राइवेट अस्पतालों की सेवाएं
डीसी ने प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों की बैठक दौरान साफ कहा कि अगर जरूरत पड़ने पर उनकी सेवाएं ली जाएंगी। अस्पताल के साथ-साथ वेंटीलेटर का प्रयोग भी किया जाएगा। अगर वेंटीलेटर चलाने के लिए प्राइवेट अस्पताल के माहिरों की सेवाएं ली गई तो सभी डॉक्टर सहयोग करेंगे। डॉक्टर बोले-हम प्रशासन के साथ
गुरदासपुर में प्राइवेट डॉक्टरों के प्रधान डॉ. अशोक ओबेराय, डॉ. गुखेल सिंह कलसी, डॉ. एसके पन्नू, डॉ. बीएस ढिल्लों, डॉ. सुनील कौशल, डॉ. जैस्मीन, डॉ. अशोक खत्री, आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. ज्ञान चंद, प्रिसिपल गुरदेव कौर नर्सिग कॉलेज, प्रिसिपल परमजीत कौर आदि ने डीसी को विश्वास दिलाया कि आपातकालीन स्थिति में प्रशासन की पूरी मदद करेंगे।