अफगानी प्याज के पहुंचने से भारतीय प्याज की कीमत गिरी
लोगों को रुलाने वाला भारतीय प्याज का मुकाबला करने के लिए अब मंडी में अफगानिस्तान से प्याज निर्यात होना शुरू हो चुका है।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
लोगों को रुलाने वाला भारतीय प्याज का मुकाबला करने के लिए अब मंडी में अफगानिस्तान से प्याज निर्यात होना शुरू हो चुका है। भारत के बाघा बार्डर से वाया पाकिस्तान भारत पहुंचने वाला प्याज सीधे अमृतसर से मंडी से राज्य की अन्य मंडियों में पहुंच रहा है। सब्जी मंडी में इस प्याज की कीमत 35 से 36 रुपये किलो बताई जा रही है। जबकि इस प्याज के बाजार में आने के बाद अब भारतीय प्याज का दाम भी 60 से नीचे गिरकर 40 रुपये किलो हो गया है।
व्यापारी कमल महाजन, रवि महाजन आदि का कहना है कि अफगानिस्तान प्याज पिछले एक सप्ताह से लगातार मंडी में आ रहा है। इसके चलते भारतीय प्याज के दाम में गिरावट आई है। देश की मंडियों में जैसे ही प्याज के दाम में उछाल आना शुरू होता है तो अफगानिस्तान सरकार के साथ भारत के हुए समझौते के मुताबिक अफगानिस्तान से प्याज भेजना शुरू कर दिया जाता है। एक सप्ताह से लगातार मंडी में अफगानिस्तान प्याज धूम मचा रहा है। ढाबा चालक, होटल, रेस्टोरेंट इसी प्याज का इस्तेमाल देसी तड़के में कर रहे हैं। ऐसा होता है अफगानिस्तानी प्याज
अफगानिस्तान का प्याज देशी प्याज से ज्यादा मोटा और बड़ा होता है। स्वाद में भी काफी अंतर होता है। लोगों ने घरों में अफगानी प्याज का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। व्यापारियों के मुताबिक भारतीय प्याज के मुकाबले अफगानिस्तान प्याज खाने में स्वादिष्ट नहीं होता। लेकिन फिर भी लोग सस्ता होने के चलते इस्तेमाल करते हैं। अफगानी प्याज का आकार बड़ा होता है। एक प्याज लगभग 200 ग्राम का होता है।