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आरोपित जिंदा रहें, लेकिन सारी उम्र जेल में

-डेरा बाबा नानक में एसिड अटैक से पीड़ित दो साल बाद पांचों पीडि़त सहेलियों के साथ पहुंच

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Feb 2018 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 22 Feb 2018 03:01 AM (IST)
आरोपित जिंदा रहें, लेकिन सारी उम्र जेल में
आरोपित जिंदा रहें, लेकिन सारी उम्र जेल में

-डेरा बाबा नानक में एसिड अटैक से पीड़ित दो साल बाद पांचों पीडि़त सहेलियों के साथ पहुंची स्कूल

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- बनना चाहती हैं अफसर, ताकि समाज को बता सकें कि कोई उनका भविष्य खराब नहीं कर सकता

बालकृष्ण कालिया, गुरदासपुर

डेरा बाबा नानक में 16 मार्च 2016 को छह लड़कियों पर फेंके गए एसिड अटैक की घटना के दो साल बाद मुख्य पीड़ित अपनी पांचों सहेलियों के साथ गांव सिंहपुरिया के सरकारी स्कूल गई। वह वहीं स्कूल है जहां से दो साल पहले निकलते समय गांव बाओवली के साजन मसीह ने अपने दोस्त लवप्रीत के साथ मिलकर उन पर तेजाब फेंका था। दो साल के लंबे अंतराल में बाकी पांचों तो किसी तरह उस सदमे से निकलकर जिंदगी को फिर से जीने में लग गई, लेकिन प्रभजोत अभी तक ठीक नहीं हो पाई।

वह घर में अंधेरे कमरे में रही। बाहर निकली तो केवल इलाज के लिए। वहां भी चेहरे को ढककर जाती। 2 साल बाद अब जब 10वीं की परीक्षाएं सिर पर है तो उसने पेपर देने की ठानी है, ताकि वह दुनिया को बता सकें कि कोई भी उसकी जिंदगी व भविष्य खराब नहीं कर सकता। बकौल, प्रभजोत वह परीक्षा में अच्छे नंबर लेकर पास होगी। चाहती है कि समाज में ऐसी अफसर बनें जो ऐसे लोगों को सबक सिखा सके और लड़कियों की रक्षा कर सकें। उसका कहना है कि आरोपित सारी उम्र जिंदा रहे, लेकिन जेल में ताकि उसे पता चले कि अपनी जिंदगी कैसे अंधेरी कोठड़ी में निकाली है। उसका कहना है कि वह अभी भी रेगुलर स्कूल नहीं जा पाएगी, क्योंकि उसे धूप में एलर्जी और बैठने से दिक्कत है। उसकी पांचों सहेलियों का भी कहना है कि वह आज तक उस हादसे को भूल नहीं पाई। सोचकर भी सहम जाती हैं। पर अब वह सभी चाहती हैं कि कुछ बनकर समाज व ऐसे लोगों को सबक सिखा सकें।

पेशी के दौरान आरोपित मूंछों को तांव देकर आज भी हंसता है

प्रभजोत कौर ने कहा कि जब वह अदालत में पेशी पर जाती है, तो आरोपित साजन उसे देखकर अपनी मूछों को तांव देता है। उस पर हंसता है। इस बात की शिकायत उसने न्यायधीश के सामने भी की, जिसके बाद उसे फटकार भी लगी थी। उसे अपने किए पर आज भी पछतावा नहीं है।

सरकारी नौकरी का वादा आज भी अधूरा

एसिड अटैक पीड़ित प्रभजोत कौर ने कहा कि जब यह घटना हुई तब जिला प्रशासन व पंजाब सरकार के आला नेताओं ने उसे पुलिस में नौकरी देने का आश्वासन दिया था। पर 2 साल बीत जाने के बावजूद भी उस वादे को पूरा नहीं किया गया।

दो आरोपित जमानत पर, 26 को केस की सुनवाई

गुरदासपुर की सेशन कोर्ट में लगातार गवाहियां हो चुकी हैं। 26 फरवरी को इस केस को लेकर सुनवाई होगी। अब न्यायधीश किसी भी समय फैसला सुना सकते हैं। केस में आरोपित लवप्रीत व दुकानदार संतोख की जमानत हो चुकी है। पर मुख्य साजन आज भी केंद्रीय जेल गुरदासपुर में बंद है।

यह है मामला

प्रभजोत का कहना है कि 2 साल पहले जब वह आठवीं की परीक्षा देकर बाहर सहेलियों के साथ आ रही थी तो स्कूल के सामने साजन मसीह अपने दोस्त लवप्रीत के साथ खड़ा था। इस दौरान साजन ने एकदम से उन पर कुछ फेंक दिया। जब तक वह समझ पाती तब तक उनके शरीर से आग निकलने लगी। शरीर जलने लगा। साजन मनप्रीत कौर को अपना निशाना बनाना चाहता था क्योंकि मनप्रीत से छेड़खानी पर उसे स्कूल से निकाला गया था। पर वे पांचों सहेलियों मनप्रीत कौर, अर्शदीप कौर, आशा मसीह, सुखमनदीप कौर व गगनदीप कौर के साथ शिकार बन गई।


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