99 वर्षीय महिला ने दी कोरोना को मात, एसएमओ ने घर पहुंच किया स्वागत
तहसील बटाला की रहने वाली 99 वर्षीय पुष्पावती सेखड़ी ने कोरोना मात देकर एक मिसाल पैदा की। जिले में यह पहला मामला है जिसमें अधिकतम उम्र की महिला ने कोरोना को मात दी है।
विनय कोछड़, बटाला (गुरदासपुर): तहसील बटाला की रहने वाली 99 वर्षीय पुष्पावती सेखड़ी ने कोरोना मात देकर एक मिसाल पैदा की। जिले में यह पहला मामला है जिसमें अधिकतम उम्र की महिला ने कोरोना को मात दी है। कोरोना पॉजिटिव आने पर महिला ने घर में क्वारंटाइन रहकर ही ठीक होने का प्रण लिया। चौदह दिन बाद टेस्ट नेगेटिव आने के बाद बुजुर्ग के घर पर सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ.संजीव कुमार भल्ला तथा अन्य स्वास्थ्य अधिकारी वहां पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर बुजुर्ग को गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया।
बुजुर्ग महिला तथा उसके पोते अरविद राणू सेखड़ी कांग्रेस के सोशल मीडिया चेयरमेन जिला गुरदासपुर को पंद्रह दिन पूर्व खांसी, जुकाम, बुखार की शिकायत आई थी। उन दोनों ने कोरोना टेस्ट कराया। इसमें वह संक्रमित पाए गए। पुष्पावती की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी उनके चेहरे पर कोई शिकस्त नहीं दिखी। कोरोना को मात देने वाली दादी-पोता की फैमिली शहर की सबसे चर्चित परिवारों में है। बुजुर्ग महिला का बेटा सुभाष चंद्र सेखड़ी तीन बार नगर-कौंसिल के प्रधान सात बार नगर-कौंसिल पार्षद रह चुकें है। इसी प्रकार कोरोना को मात देना बुजुर्ग महिला का पोता अरविद राणू सेखड़ी जिला गुरदासपुर कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल का चेयरमेन है।.
डाइट का रखा खास ध्यान
बुजुर्ग महिला ने बताया कि पॉजिटिव होने पर उन्हें अस्पताल की अपेक्षा घर पर क्वारंटाइन ज्यादा अच्छा विकल्प लगा। दिनचर्या भगवान की जोत जगाकर शुरू करती। उसके बाद दो घंटे भगवान की मन में ही पूजा करती। पूजा से ही उन्हें अपनी बीमारी को रिकवर करने में शक्ति मिली। डाइट में कच्चा चना, दो चपाती, फल-फ्रूट, दूध, गर्म पानी, काढ़ा का सेवन करती थी। बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसका पोता खुद कोरोना संक्रमित था। उसके बावजूद उसने मेरी सेहत का पूरा ध्यान रखा। पोते की सेवा की वजह से ठीक हो पाई है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचा जा सकता है। सशर्त है कि इसके नियमों की कड़ाई के साथ पालना की जा जाए। अब वह लोगों को इसके बारे में जागरूक करेंगी।