बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर : नशे के खिलाफ प्रशासन की सख्ती बढ़ते ही नशे की गिरफ्त में आए लोग सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति में पहुंचने लगे हैं। जिले से संबंधित युवा सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में पहुंचकर आउटडोर सेंटर से गोली लेने लगे हैं। पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में ऐसे लोगों के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान की है। इसमें जिस व्यक्ति को नशे की लत लगी हुई है, वह आउटडोर सेंटर में अपनी रजिस्ट्रेशन करवाकर राज्य भर के किसी भी सेंटर से गोली (दवाई) ले सकता है। बुधवार को 210 लोगों ने रजिस्टेशन करवाया।
उधर पहले ही दिन इतनी बड़ी संख्या में चिट्टे से पीछा छुड़ाने वाले मरीजों का सिविल अस्पताल में पहुंचने से गुरदासपुर पुलिस प्रशासन पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे साफ सिद्ध होता है कि चिट्टे की सप्लाई सिटी में जोरों पर थी। बहुत से लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
युवा बोले-अब महंगा हो गया नशा, छुटकारा पाना ही बेहतर
गुरदासपुर के नशा मुक्ति केंद्र में अपना इलाज करवाने के लिए आए युवाओं ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि शहर में कई ऐसे लोग हैं, जो चिट्टे का काला कारोबार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह लोग पहले तो नए युवाओं को चिट्ठे की लत शुरू करवाते हैं। जब युवकों को इसकी लत लग जाती है तो डोज का रेट हाई कर देते हैं। इसके चलते उन्हें अब इस नशे से छुटकारा पाना है।
मरीजों की संख्या बढ़ी, फिर भी बेहतर इलाज : डॉक्टर वीरेंद्र कुमार
गुरदासपुर के सिविल अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ वीरेंद्र कुमार और डॉक्टर नितेश का कहना है कि पंजाब सरकार की ओर से आउटडोर मरीजों की सुविधा के लिए शुरू की गई है। इसके तहत मरीज अब अपना आधार कार्ड से ¨लक नंबर बताकर राज्य भर के स्वास्थ्य केंद्रों में अपनी दवाई ले सकता है। उन्होंने कहा कि अगर मरीज कहीं भी है तो वहां के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना आईडी बता कर चिट्टे से छुटकारा पाने वाली दवा हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि एकदम से सिविल अस्पताल में इतने मरीजों के आने से थोड़ी समस्या जरूर आई है, लेकिन मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज किया जा रहा है।
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