गोरा कीमे वाला पर दर्ज मामले को लेकर आप भड़की, बठिडा-अमृतसर रोड किया जाम
सोमवार को आम आदमी पार्टी ने पार्टी के यूथ विग के नेता गुरविदर सिंह गोरा कीमेवाला पर किए नाजायज पर्चे व उसको गिरफ्तार किए जाने के विरोध में बठिडा अमृतसर हाईवे जाम कर दिया।
संवाद सूत्र, जीरा (फिरोजपुर) : सोमवार को आम आदमी पार्टी ने पार्टी के यूथ विग के नेता गुरविदर सिंह गोरा कीमेवाला पर किए नाजायज पर्चे व उसको गिरफ्तार किए जाने के विरोध में बठिडा अमृतसर हाईवे जाम कर दिया। इससे राहगीरों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। सरकार की ओर से कोविड संबंधी जारी हिदायतों के बावजूद वर्कर व नेता भारतीय किसान यूनियन के पंजाब के नेता गुस्से भर शब्दों में इस धरने में शामिल हुए, जिन्होंने मक्खू पुलिस प्रशासन, जसविदर सिंह बराड़ थाना प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनको सरकार की कठपुतली बताते नेताओं ने कहा कि या तो मामला रद किया जाए, नहीं तो धरना नहीं उठाया जाएगा। धरने को संबोधित करते आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष नरेश कटारिया, चंद सिंह गिल जिलाध्यक्ष बुद्धिजीवी सैल, यूथ विग के प्रदेश संयुक्त सचिव शमिदर सिंह जीरा खिडा, बलवंत सिंह ढिल्लों पूर्व अध्यक्ष व सीनियर नेता, कैप्टन नछत्तर सिंह वरपाल ब्लाक अध्यक्ष, कैप्टन सुखदेव सिंह फौजी मल्लांवाला ब्लाक अध्यक्ष ने कहा कि हलका विधायक के इशारे पर पुलिस थाना मक्खू ने गोरा कीमे वाला के खिलाफ जानबूझ कर मामला दर्ज किया गया है। जबकि उसका किसी भी तरह का कसूर नहीं है। इस धरने के समर्थन में भाकियू पंजाब के नेता जगतार सिंह जल्लेवाला, गुरदेव सिंह वारसवाला, सीनियर उपाध्यक्ष पंजाब, गुरचरण्र सिंह पीर मोहम्मद विशेष तौर पर पहुंचे, जिन्होंने कहा कि गोरा कीमेवाला हमारी जत्थेबंदी का नेता था, उस पर बिल्कुल नाजायज मामला दर्ज किया गया है। इस धरने में ब्लाक अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, प्रितपाल सिंह धंजल, शंकर कटारिया, गुरमीत सिंह गिल, गुरविदर सिंह बब्बू, अमनदीप सिंह, संदीप सिंह गिल मनसूरदेवा, करण संधू, प्रीतम सिंह तलवंडी मंगे खां, करण संधू, गुरसेवक सिंह अध्यक्ष शाहवाला, सरदूल सिंह लोंगोदेवा, सतनाम सिंह खन्ना भी हाजिर थे। एसपीएच ने उठवाया धरना
जब इस धरने को उठवाने में डीएसपी जीरा बेबस नजर आए तो एसपीएच जीएस चीमा विशेष तौर पर पहुंचे। उन्होंने आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता नरेश कटारिया, शमिदतर सिंह जीरा, चंद सिंह गिल, बलवंत सिंह ढिल्लों से मुलाकात की तथा विश्वास दिलाया कि दो दिनों तक आप को इंसाफ मिल जाएगा। भरोसे उपरांत धरना समाप्त हुआ। लेकिन किसान यूनियन ने थोड़ी जिद्द की तो हम उतनी देर यहां नहीं उठाएंगे जितनी देर मांगे नहीं मानी जाती। लेकिन फिर भी मामला सुलझा लिया गया। धरना लगाने के कारण फौज की गाडि़यों का काफिला व बस ट्रक व अन्य वाहनों को इधर-उधर जाने में भारी समस्या का सामना करना पड़ा।