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विहिप ने 465 लोगों के मोबाइल टिक टॉक एप करवाया डिलीट

राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया जिसके बाद अनेक लोगों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 09:57 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 06:10 AM (IST)
विहिप ने 465 लोगों के मोबाइल टिक टॉक एप करवाया डिलीट
विहिप ने 465 लोगों के मोबाइल टिक टॉक एप करवाया डिलीट

प्रवीण कथूरिया, अबोहर : राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद अनेक लोगों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। अबोहर में विहिप ने एक अभियान चलाकर 465 लोगों के मोबाइल फोन से टिक टॉक एप डिलीट करवाई थी।

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विहिप के जिला महामंत्री ललित सोनी ने कहा कि टिक टॉक जैसी एप से हमारी संस्कृति भी खतरे में पड़ गई थी। वहीं टिक टॉक एप चलाने वालों ने भी टिक टॉक व अन्य चीनी एप पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को देश हित में बताया है।

देश की सुरक्षा प्रथम : अशोक कुमार

शहर के अशोक कुमार ने लॉकडाउन के दौरान इस टिक टॉक का प्रयोग शुरू किया और अब तक उसके 43 हजार फॉलोअर व पांच लाख से अधिक लाइक हासिल किए थे। उसने भी कहा कि देश की सुरक्षा सबसे पहले है। उसने कहा कि वह अब अपने देश की एप का प्रयोग करेंगे। बता दें कि मंगलवार से टिक टॉक की एप गुग्गल व प्ले स्टोर से हटाई जा चुकी हैं। चीनी एप बैन की सूची में, क्लब फैक्ट्री, शेयरइट, लाइकी, एमआई वीडियो कॉल, बिगो लाइव आदि एप शामिल हैं।

विश्व हिदू परिषद ने गठित की 10 टीमें

विश्व हिदू परिषद के जिला महामंत्री ललित सोनी ने बताया कि शहर के व्यापारी वर्ग जो चीन का सामान बेचने का कारोबार करते हैं, खासकर खिलोने वाले, गिफ्ट आइटम, चाइनिज इलेक्ट्रानिक्स आइटम बेचने वालों को जागरूक करने के लिए विश्व हिदू परिषद ने दस टीमों का गठन किया जिसने दुकानदारों को जाकर प्रेरित किया कि चीनी सामान का बहिष्कार करें।


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