विभागों की खींचतान से खंडहर बनी इमारतें
माल रोड स्थित पुरानी तहसील और पटवारखाना की इमारत जिला प्रशासन और पुडा की खींचतान के कारण खंडहर बन चुकी है। पुडा ने यहां कांप्लेक्स बनाना था लेकिन लीगल प्रोसेस अधूरा रहने के कारण प्रोजेक्ट अधर में है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि पुडा को जगह दी गई है।
अशोक शर्मा, फिरोजपुर : माल रोड स्थित पुरानी तहसील और पटवारखाना की इमारत जिला प्रशासन और पुडा की खींचतान के कारण खंडहर बन चुकी है। पुडा ने यहां कांप्लेक्स बनाना था लेकिन लीगल प्रोसेस अधूरा रहने के कारण प्रोजेक्ट अधर में है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि पुडा को जगह दी गई है। जिला प्रशासन नहीं अब पुडा यहां काम करेगी।
फिरोजपुर के माल रोड पर पुरानी तहसील साल 2013 में नए प्रशासनिक कांप्लेक्स में चली गई थी। पुरानी तहसील में दो नायब तहसीलदार व एक तहसीलदार की कोठियां चार एकड़ जमीन में बनी हुई थी। तहसील शिफ्ट होने के बाद ही अधिकारी यहां से शिफ्ट हो गए, जिसके बाद पुरानी तहसील में पटवारखाना इमारत की देखरेख न होने से इनकी हालत दिन-ब-दिन बदतर हो गई। खंडहर बन चुकी इमारत लोगों के लिए सिरदर्द बन गई है। फिरोजपुर वेलफेयर सोसायटी के प्रधान अरुण कुमार शर्मा व प्रवीण कुमार ने बताया कि रात को यहां असामाजिक तत्व छुप जाते हैं और लोगों का यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। पुरानी तहसील में पटवारखाने में गंदगी और बदबू से बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। पटवारखाना कर्मचारियों ने कहा कि वे हर समय खतरे में रहते है, कहीं कोई हादसा ना हो जाए। पटवारखाने में आए जसवीर सिंह, सलविदर सिंह, मेजर सिंह ने बताया कि यहां आना मतलब मुसीबत को न्योता देना है। मजबूरी में उन्हें यहां आना पड़ता है। पुडा को दी गई है जगह : एडीसी
एडीसी राजदीप कौर ने कहा कि तहसील व रिहायशी इमारतें कंडम है, लेकिन प्रशासन ने ये जगह पुडा को दे दी है। पटवारखाना तभी शिफ्ट होगा, जब पुडा इसके बदले दूसरी जगह देगा, जब पुडा के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कागजों में यह कांप्लेक्स पुडा को दिया गया है, लेकिन इसका कब्जा अभी तक नहीं दिया गया और पटवारखाने की बात चल रही है। उन्होंने कहा की लीगल प्रोसेस पूरा होने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।