छात्रों की संख्या के साध बढ़ा अध्यापकों का उत्साह
राज्य सरकार की ओर से नौवीं से 12वीं तक स्कूल खोलने के फैसले के बाद अब स्कूलों में छात्रों का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया है तो वहीं स्टूडेंट से ज्यादा उनको पढ़ा रहे अध्यापकों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : राज्य सरकार की ओर से नौवीं से 12वीं तक स्कूल खोलने के फैसले के बाद अब स्कूलों में छात्रों का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया है तो वहीं स्टूडेंट से ज्यादा उनको पढ़ा रहे अध्यापकों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्कूलो में पढ़ाने के साथ-साथ अध्यापक आनलाइन कक्षाएं भी ले रहे हैं।
स्कूल में जिन छात्रों के अभिभावक स्व:घोषणा पत्र देकर जाते हैं, उन्हीं बच्चो को स्कूल में पढ़ाया जा रहा है। पिछले दस दिन के मुकाबले स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल गर्ल्स में 145, ब्वायज में 67, मल्लांवाला खास में 173, बाजीदपुर में 80, बगे के पिपल में 40, खाईफेमेके में 85, बारेके में 52, गुरुहरसहाय स्कूल में 68, सांदे हाशम में 135, कस्बा जीरा के स्कूल (लड़के) में 130, जीरा के गर्ल्स स्कूल में 70, करीयां पहलवान में 102 तथा तलवंडी भाई के गर्ल्स स्कूल मे 89 स्टूडेंट पहुंचे । जबकि 19 अक्टूबर को स्टूडेंट्स की संख्या में काफी कमी थी।
आंकड़ों के मुताबिक जिले में नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए 310 स्कूल है, जिनमें 124 सरकारी स्कूल है। निजी स्कूल में नौंवी कक्षा में 6946, दसवी में 7501, ग्यारहवीं में 5859, बारहवीं में 7347 छात्र पढ़ रहे है, जबकि सरकारी स्कूलों में नौवीं में 8251, दसवी में 6706, 11वीं में 6383, 12वीं में 4832 छात्र हैं।
विभाग के जिला मीडिया कोआर्डिनेटर दीपक शर्मा बताते हैं कि स्कूलों में सैनिटाइज करने का पूरा प्रबंध किया है। छात्रों के आने से पहले और जाने के बाद सभी कक्षाओं को सैनिटाइज करने के अलावा बच्चों को मास्क पहनकर बिठाया जाता है और अध्यापक भी सभी सावधानियों के साथ बच्चों को पढ़ा रहे है।
सरकारी स्कूल में फुट सैनिटाइजर की सुविधा
गट्टी राजोके सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिसिपल डा. सतिदर सिंह ने कहा कि उनके स्कूल में छात्रों के लिए फुट सैनिटाइजर रखने के अलावा विद्यार्थियों को कोविड-19 के बारे में पूरी तरह जागरूक किया जा रहा है और बच्चों की एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिग भी की जा रही है ताकि उनके स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जा सके।