सफाई कर्मियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था बदहाल
पिछले 13 दिन से सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। सफाई कर्मी नगर कौंसिल दफ्तर पर ताला लगा धरना दे रहे हैं। कर्मियों की ओर से न तो कौंसिल दफ्तर में कोई कार्य किया जाने दिया जा रहा है और निजी कर्मियों को भी शहर की सफाई नहीं करने दी जा रही।
दर्शन सिंह, फिरोजपुर : पिछले 13 दिन से सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। सफाई कर्मी नगर कौंसिल दफ्तर पर ताला लगा धरना दे रहे हैं। कर्मियों की ओर से न तो कौंसिल दफ्तर में कोई कार्य किया जाने दिया जा रहा है और निजी कर्मियों को भी शहर की सफाई नहीं करने दी जा रही। मंगलवार को भी कौंसिल दफ्तर के बाहर सफाई कर्मियों का धरना जारी रहा। इस दौरान कर्मियों ने किसी अधिकारी व मुलाजिम को दफ्तर के भीतर जाने नहीं दिया।
दूसरी ओर मुलाजिमों की हड़ताल से शहर में फैल चुकी गंदगी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। हालांकि गलियों में लोगों की ओर से खुद सफाई की जा रही और कूड़ा कलेक्ट करने वाले प्राइवेट मुलाजिम कूड़ा घरों से ले रहे हैं। इसके अलावा कुछ इलाकों खासकर आजाद नगर के लोग अपने इलाके की गलियों की सफाई जेब से खर्च कर निजी लोगों के करवा रहे हैं, जबकि मुख्य सड़कों पर गंदगी के हालात बदतर हो चुके हैं।
उधर, सफाई मुलाजिमों के प्रधान राजेश कुमार और उपाध्याक्ष वजीरा ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, जब तक सरकार उनकी मांगों को लागू नहीं करवाती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की बेरुखी के चलते ही उन्हें कौंसिल दफ्तर को ताला लगाने को मजबूर होना पड़ा है। उनकी मांगों में ठेका प्रणाली खत्म करके मुलाजिमों को रेगुलर करना, बराबर काम का बराबर वेतन देना, सातवें पे कमिशन की रिपोर्ट लागू करना, शहरों में बीटों के अनुसार सफाई सेवकों की भर्ती की जाए, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट का सरकारीकरण करना इत्यादि शामिल हैं ।
ईओ का दावा-उठवाया जा रहा कूड़ा, हो रही है सफाई
नगर कौंसिल के कार्यसाधक अफसर गुरदास सिंह ने कहा कि आफिस को ताला भले ही मुलाजिमों ने जड़ा है.लेकिन भीतर कामकाज चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि कूड़े का निस्तारण कुछ हद तक किया जा रहा है और कुछ इलाकों में सफाई भी कराई जा रही है ।