मोबाइल से मापी जाएगी मिंट्टी में नमी की मात्रा
नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में मोबाइल से खेतों को दिए जाने वाले पानी और मिट्टी में नमी की मात्रा को चेक करने की तकनीक सर्च कर नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले दास एंड ब्राउन वर्ल्ड स्कूल के विद्यार्थियों का चयन राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में हुआ है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में मोबाइल से खेतों को दिए जाने वाले पानी और मिट्टी में नमी की मात्रा को चेक करने की तकनीक सर्च कर नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले दास एंड ब्राउन वर्ल्ड स्कूल के विद्यार्थियों का चयन राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में हुआ है।
प्रिसिपल प्रीत किरण ने बताया कि विद्यार्थियों की ओर से फसलों को दिए जाने वाले पानी को कैलकुलेट करने के लिए एक डिवाइस बनाई गई है, जोकि मोबाइल फोन से कंट्रोल होगी। इसे एक्वारैगना का नाम दिया गया है। इसके अलावा मिट्टी में नमी की मात्रा को चेक करने के लिए दास एंड ब्राउन के भावी वैज्ञानिकों ने मोबाइल के माध्यम से ही नमी मापने की तकनीक खोजी है। इस प्रोजैक्ट को बनाने से पहले विद्यार्थियों की ओर से सैकड़ो की संख्या में किसानों से बातचीत कर उनकी समस्या जानी गई और उसके समाधान के लिए यह प्रोटोटाइप तैयार किया है, जिसका स्टेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया जाएगा।
एटीएल मेंटर उमेश बजाज ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा बनाए प्रोटोटाइप को देखकर सभी काफी प्रभावित हुए । इस प्रोजेक्ट को बनाने में स्कूल के विद्यार्थी मानवजीत सिंह और जैसमीन निगाह ने खूब मेहनत की है। उन्होंने बताया प्रांत स्तरीय प्रतियोगिता में पंजाब के 23 जिलों की 250 टीमो ने हिस्सा लिया था।
वीपी अनूप शर्मा ने बताया कि नीति आयोग की ओर से स्कूल में अटल टिकरिग लैब की स्थापना की गई है, जिसमें विद्यार्थी सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए रिसर्च करते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 में विद्यार्थियों व स्कूल के मैंटर द्वारा एक रोबोट तैयार किया गया था, जोकि कोविड प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जर्म को लेजर लाइट मे माध्यम से साफ करता था। विद्यार्थियों की कामयाबी पर स्कूल वीपी एडमिजन डा. सैलिन, एवीपी आप्रेशन नवनीत, नीशू अग्रवाल सहित अन्य ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।