गलियां टूटी, पक्के मकानों को तरसे लोग
सरकार की ओर से गांवों में सुविधाएं देने के दावे तो किए जा रहे हैं लेकिन अब भी ब्लाक ममदोट के कई गांव ऐसे हैं जहां लोग बुनियादी सुविधाओं को तरह रहे हैं।
दर्शन सिंह, जोगिदर भोला, ममदोट (फिरोजपुर) : सरकार की ओर से गांवों में सुविधाएं देने के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन अब भी ब्लाक ममदोट के कई गांव ऐसे हैं जहां लोग बुनियादी सुविधाओं को तरह रहे हैं। विधानसभा हलका फिरोजपुर देहाती के सरहदी ब्लाक ममदोट के अधीन आते गांव जामा रखइया हिठाड़ में लोग आज भी शौचालय, गलियों, नालियों आदि सुविधाओं से वंचित हैं।
गांव के रहने वाले सुरिदर सिंह, मक्खन सिंह, खंडा सिंह, पाला सिंह, लड्डू सिंह, गोबिंद सिंह, बलकार सिंह, माया बीबी, लाल सिंह ने बताया गांव के सरपंच की तरफ से प्रधान मंत्री अवास योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों के कच्चे मकानों को पक्का बनाने के लिए और स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गरीब परिवारों के लिए शौचालय बनाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। गांव में नालियों की सफाई नहीं होती। वहीं गालियां भी कच्ची हैं। हालात यह हैं कि गंदा पानी गलियों में ओवरफ्लो हो रहा है और उनका घर से निकलना मुश्किल हो चुका है । गलियों में लगवाई जाएगी इंटरलाकिंग टाइल्स : सरपंच
गांव के सरपंच अंग्रेज सिंह ने बताया गरीब परिवार के पक्के मकान बनाने के लिए मता डालकर सरकार को भेजा हुआ है। गलियो व नालियों की सफाई और गांव में छप्पड़ का रूप धारण कर चुकी गली बारे पूछने पर जवाब मिला कि गांव में गलियों को पक्का करने के लिए सीसी फलोरिग और इंटरलाकिग टाइल्स लगाई जा रही हैं ।
बीडीपीओ ने पंचायत सचिव को दिए निर्देश
बीडीपीओ ममदोट जगदीप सिंह रंधावा ने बताया कि गांव जामा रखइया हिठाड़ के सभी मामलों की जानकारी उनके ध्यान में अब आई है। उन्होंने ने पंचायत सचिव को निर्देश दिए कि गांव के लोगो की मुश्किलों को पहल के आधार पर हल किया जाए और गांव की गलियां एक सप्ताह में बनवा रिपोर्ट दी जाए।