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बेटे ने गलत ट्रेन में बिठा दी बुजुर्ग मां, फिर जो हुआ वह दूसरों के लिए बना मिसाल

अमृतसर- दिल्‍ली शताब्‍दी एक्‍सप्रेस ट्रेन में एक टीटीई ने एक बुजुर्ग महिला की मदद कर इंस‍ानियत का उदाहरण्‍ा पेश किया। रेलवे इसके लिए टीटीई दर्शन सिंह को सम्‍मानित करेगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 10:37 AM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 08:51 PM (IST)
बेटे ने गलत ट्रेन में बिठा दी बुजुर्ग मां, फिर जो हुआ वह दूसरों के लिए बना मिसाल
बेटे ने गलत ट्रेन में बिठा दी बुजुर्ग मां, फिर जो हुआ वह दूसरों के लिए बना मिसाल

फिरोजपुर, [प्रदीप कुमार सिंह]। रेलवे के एक टीटीई की इंसानियत और बुजुर्ग महिला की मदद करने की हर जगह सराहना हो रहा है। बेटे की गलती का शिकार हुई 75 साल की महिला की टीटीई और ट्रेन के या‍त्रियों ने मदद कर एक मिसाल कायम की। घटना अमृतसर-दिल्‍ली शजाब्‍दी ट्रेन में हुई। जालंधर रेलवे स्टेशन पर 15 अगस्त को बेटे ने गलती से बुजुर्ग मां को शाम की जगह सुबह दिल्ली जाने वाली अमृतसर-दिल्ली शताब्दी एक्‍सप्रेस ट्रेन में बिठा दिया था।

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चेकिंग में जांच पर गलती का पता चला ताे टीटीई ने उनकी अपनी सीट दे दी और नए टिकट व जुर्माने का पैसा न होने पर खुद ही चुकाने की बात कही। टीटीई के बेमिसाल जज्‍बे को देख या‍त्रियों ने पैसे जमा टिकट के पैसे चुकाए। पूरा मामला ट्रेन के उसी कोच में जा रहे यात्री ने ट्वीट कर उजागर किया। रेलवे ने अब टीटीई को सम्‍मानित करने का ऐलान किया है।

यात्री के ट्वीट पर हरकत में आया रेलवे, जीएम अवार्ड से सम्मानित होगा टीटीई

जानकारी के अनुसार, 75 साल की एक महिला को जालंधर से दिल्‍ली जाना था। उनका टिकट शाम को जाने वाली मृतसर-दिल्ली शताब्दी एक्‍सप्रेस ट्रेन में था, लेकिन बेटे ने सुबह की ट्रेन में टिकट की बुकिंग समझ ली। बेटे ने उनको सुबह जाने वाली मृतसर-दिल्ली शताब्दी एक्‍सप्रेस में बिठा दिया। ट्रेन जब लुधियाना से भी आगे पहुंच गई तो अमृतसर के टीटीई दर्शन सिंह टिकटों की जांच करते बुजुर्ग महिला तक पहुंचे।

टीटीई की दरियादिली देख यात्रियों ने इकट्ठा किए 100-100 रुपये

टिकट की जांच करने पर पता चला कि उसके पास जो टिकट है वह शाम की अमृतसर-दिल्ली शताब्दी ट्रेन की है। शताब्दी में एक भी सीट खाली नहीं थी, ऐसे में टीटीई दर्शन सिंह ने अपनी सीट बुजुर्ग महिला को देकर नई टिकट बना दी। टिकट और जुर्माना लगाकर कुल 2200 रुपये चुकाने थे।

इसी बीच वृद्धा ने टीटीई को बताया कि उसके पास इतने पैसे नहीं है। बेटे ट्रेन में बिठा गए थे अब दिल्ली में परिवार के लोग उसे लेने आ रहे हैं। इस पर टीटीई दर्शन सिंह ने बुजुर्ग महिला को तसल्ली दी कि पैसे नहीं हैं तो भी आप चिंता न करें, दिल्ली तक आराम से जाओ... पैसे मैं चुका दूंगा।

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टीटीई दर्शन सिंह की दरियादिली देख कोच में बैठे यात्री हैरान हर गए। कुछ यात्रियों ने तुरंत टीटीई को ऑफर किया कि वे बुजुर्ग महिला की दिल्ली तक की टिकट व जुर्माने के रुपये चुकाएंगे। बाद में सहमति बनी कि सभी लोग 100-100 रुपये इकट्ठा कर 2200 रुपये चुकाएंगे। नई दिल्ली स्टेशन पर बुजुर्ग महिला को टीटीई और यात्रियों ने उतारा और परिवार के मिला दिया।

दर्शन की दरियादिली पर यात्री ने किया रेल मंत्रालय को ट्वीट

टीटीई दर्शन सिंह की दरियादिली देख यात्रियों ने रेल मंत्रालय को इस बारे में ट्वीट किया। रेल मंत्रालय ने जांच में मामले को सही पाया और टीटीई दर्शन सिंह को जीएम अवार्ड से सम्मानित करने का ऐलान किया।

दूसरे रेलकर्मियों के लिए उदाहरण : डीसीएम

फिरोजपुर मंडल रेलवे के डीसीएम अमिताभ कुमार का कहना है कि टीटीई दर्शन ङ्क्षसह ने सराहनीय काम किया है। उन्हें जीएम अवार्ड के लिए नामित करने के लिए फाइल तैयार की जा रही है। दूसरे रेल कर्मियों के लिए यह उदाहरण है। वहीं, एडीआरएम एनके वर्मा का कहना है कि टीटीई दर्शन सिंह ने रेलवे की अच्छी छवि यात्रियों में पेश की है।

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