फिरोजपुर में पहली बार शिअद ने उतारा हिदू उम्मीदवार
भाजपा से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने अपने दम पर फिरोजपुर शहरी सीट पर हिदू कार्ड खेला है।
संजय वर्मा, दर्शन सिंह, फिरोजपुर : भाजपा से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने अपने दम पर फिरोजपुर शहरी सीट पर हिदू कार्ड खेला है। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने रविवार को रोहित मोंटू वोहरा को शिअद का उम्मीदवार घोषित किया है। मोंटू वोहरा का नाम पार्टी प्रधान द्वारा घोषित किए गए चार उम्मीदारों में शामिल है। वोहरा इससे पहले नगर कौंसिल गुरुहरसहाय के प्रधान, जिला कोआपरेविट सोसायटी के चेयरमैन के पदों पर काम कर चुके हैं। भाजपा के हिदू कार्डर को अकाली दल के साथ बनाए रखने के लिए हिदू उम्मीदवार को आगे किया गया है। मोंटू वोहरा के नाम को लेकर दैनिक जागरण पहले ही समाचार प्रकाशित कर चुका है और रविवार की घोषणा के बाद ये तस्वीर साफ हो गई है ।
इससे पहले फिरोजपुर सीट भाजपा के कोटे में आती रही है। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद ही शहरी सीट में हिदू वोट बैंक को बनाए रखना अकाली दल के लिए चुनौती है। 58 फीसद हिदू वोट को कैश करने के लिए अकाली दल ने इन विधानसभा चुनावों में अकेले अपने दम पर हिदू कार्ड खेला है। दूसरी ओर इससे पूर्व कैबिनेट मंत्री जनमेजा सिंह सेखों को जीरा से उम्मीदवार घोषित करने के बाद ही फिरोजपुर शहरी के उम्मीदवार को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।
तीन उम्मीदवार थे टिकट की दौड़ में
फिरोजपुर शहरी टिकट के लिए अकाली दल के तीन उम्मीदवार दौड़ में थे। जिला प्रधान नवनीत गौरा, जिला बार एसोसिएशन फिरोजपुर के प्रधान जसदीप सिंह उर्फ गज्जन और पूर्व कांग्रेसी मंत्री बालमुकंद शर्मा के बेटे भी उम्मीदवार की दौड़ में थे। मगर पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के करीबी मोंटू वोहरा टिकट हासिल करने में सफल रहे। 1996 में जुड़े थे अकाली दल के साथ
रोहित मोंटू वोहरा 1996 में शिरोमणि अकाली दल के साथ जुड़े थे। अकाली सरकार में गुरुहरसहाय नगर कौंसिल में पांच साल प्रधान, जिला कोआपरेटिव सोसायटी के चेयरमैन रहे। पार्टी के जिला प्रधान, सर्कल प्रधान विभिन्न पदों पर काम किया। मोंटू वोहरा ने कहा पार्टी के प्रति निष्ठा कारण फिरोजपुर शहरी का टिकट मिला, अब सबके सहयोग के साथ सीट पर जीत हासिल करेंगे।