नाशवान वस्तुओं और वासनाओं से दूर रहकर प्रभु भक्ति करे इंसान
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान गांव बाजेके में तीन दिवसीय सत्संग कार्यक्रम करवा रहा है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान गांव बाजेके में तीन दिवसीय सत्संग कार्यक्रम करवा रहा है। इसके दूसरे दिन साध्वी कमलेश्वरी भारती ने सत्संग करते कहा कि इंसान को नाशवान वस्तुओं और वासनाओं से दूर रहकर प्रभु भक्ति करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर धार्मिक ग्रंथ में मनुष्य जीवन को सभी जीवों से उत्तम बताया गया है, लेकिन इंसान इस जीवन की महानता को न जानकार संसार की नाशवान वस्तुओं के भोग-विलास में फंस जाता है। मनुष्य जन्म ईश्वर भक्ति करने के लिए मिला है, लेकिन इंसान संसार में आकर ईश्वर भक्ति को भूलकर संसार की नाशवान वस्तुओं, काम वासनाओं में डूब जाता है और संसार को ही सच समझ बैठता है। जबकि हमारे पवित्र धार्मिक ग्रंथों के अनुसार संसार में आई हर एक वस्तु नाशवान है यहां तक कि संसार ही नाशवान है। जो इस संसार में आता है उसे अपना समय पूरा कर संसार से चले जाना है। इंसान का संसार में आना तभी सफल हो सकता है जब वह जीवन के रहते हुए ईश्वर की भक्ति कर उसे जान लेता है।
साध्वी ने बताया कि जैसे संसार का कोई भी काम करने के लिए गुरु की जरूरत होती है ठीक वैसे ही इंसान ईश्वर भक्ति को सीधा खुद नहीं जान सकता, इसके लिए उसे भी एक तत्व दर्शी संत महापुरुष की शरण प्राप्त करनी पड़ती है, जिसने खुद उस ईश्वरीय शक्ति को जान लिया होता है और वह उसकी शरण में आए हुए लोगों को ईश्वर से मिलाने की क्षमता रखता है। ऐसे पूर्ण संत महापुरुष के द्वारा दिए गए ब्रह्म ज्ञान से ही इन्सान ईश्वर की परम भक्ति को पाकर उस ईश्वर को जान सकता है और अपना जीवन सफल बना सकता है। आज हमे भी जरूरत है ऐसे ही पूर्ण संत महापुरुष की जो खुद भी ब्रह्म ज्ञानी हो और हमे भी ब्रह्म ज्ञान प्रदान कर ईश्वर से मिलाने की क्षमता रखता हो। तब ही हम अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है। अंत साध्वी मनप्रीत भारती ने भजनों का गायन किया और संगत को प्रसाद बांटा।