एक किलो हेरोइन समेत तस्कर काबू
कारपेंटर का काम छोड़कर अमीर बनने की लालसा में एक युवक हेरोइन तस्कर बन गया। करीब 9 माह पहले तस्करी की लाइन में आया 33 वर्षीय गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नाम का यह तस्कर अमृतसर के गुरुद्वारा शहीदां के निकट गुरु की वडाली का रहने वाला है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर
कारपेंटर का काम छोड़कर अमीर बनने की लालसा में एक युवक हेरोइन तस्कर बन गया। करीब 9 माह पहले तस्करी की लाइन में आया 33 वर्षीय गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नाम का यह तस्कर अमृतसर के गुरुद्वारा शहीदां के निकट गुरु की वडाली का रहने वाला है। मौजूदा समय में अमृतसर छोड़ फिरोजपुर शहर की भगत सिंह कालोनी में रह रहा है। शनिवार को वह एक किलो हेरोइन के साथ कैंट की शमशानघाट के निकट बनी खंडहरनुमा इमारत के पास सीआइए स्टाफ पुलिस के हत्थे चढ़ गया। रविवार को उसे अदालत में पेशकर तीन दिन के रिमांड पर ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक मध्यवर्गीय परिवार से संबंधित गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी का एक भाई व एक बहन है। उनकी बहन फिरोजपुर के गांव खाईफेमे के पास रहती है। थाना कैंट में उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीआइए स्टाफ के एएसआइ राजेंद्रपाल ने बताया कि गोपी नामक यह तस्कर बीते 9 माह से तस्करी का धंधा करने लगा था। पुलिस के इसके बारे जानकारी मिल चुकी ,लेकिन वे पुलिस के हाथ नही आ रहा था ।शनिवार को भी मुखबरी के चलते उसके छावनी की शमशानघाट रोड के पास स्थित पुरानी इमारत के निकट काबू किया गया। कार्रवाई के दौरान उनके साथ स्टाफ प्रभारी परविदर सिंह भी शामिल थे। जब गोपी की तलाशी ली गई तो उससे एक किलो हेरोइन बरामद हुई। तीन दिन का रिमांड अदालत में पेश कर लिया गया ताकि पता लगाया जा सके कि वे नशा सीमा से लाता था या फिर किसी बड़े तस्कर से। --------------
किसने दिलाया मकान किराये पर पूछताछ में होगा उजागर सीआइए प्रभारी परविदर सिंह ने कहा कि पूछताछ में पूछा जाएगा कि अमृतसर से आने के बाद उसे फिरोजपुर शहर की भगत सिंह कालोनी में किसने मकान किराये पर लेकर दिया था। नशा कहां से लाया और किसे देना था।