व्रतियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य
आस्था के महापर्व छठ के चौथे दिन शनिवार सुबह व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। इसी के साथ चार दिनों तक चले छठ महापर्व समापत हो गया।
संवाद हयोगी, फिरोजपुर
आस्था के महापर्व छठ के चौथे दिन शनिवार सुबह व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। इसी के साथ चार दिनों तक चले छठ महापर्व समापत हो गया। शनिवार तड़के से ही श्रद्धालु शहर से करीब 4 किलोमीटर दूर गांव गोखी वाला के निकट नदी के घाट पर पहुंचने शुरू हो गए थे। उदीयमान सूर्य देव के दर्शन कर पूजन किया।
पूजन के दौरान एक बार फिर पुलिस व प्रशासन के सुरक्षा प्रबंध नजर नहीं आए। अपने वाहनों पर पारिवारिक सदस्यों के साथ पहुंची सुहागिनों ने करीब 2 घंटे चले इस समारोह के दौरान पानी में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूजन किया।
फिरोजपुर शहर व छावनी में भले ही व्रत रखने वाली ऐसी सुहागिनों की संख्या कम ही होती है,लेकिन शनिवार तड़के इन सुहागिनों की भीड़ नहर पर देखने को मिली। महिलाओं ने बांस से तैयार किए सूप (छज्ज), ठकूआ (मट्ठी), केला, अनानास, नींबू, मूली, सिघारा, पत्ते समेत हलदी व अदरक व पान आदि सामग्री रखकर पूजन किया और जल चढ़ाया।
------------------------ सजाया गया छठ मईया का पूजन स्थल
नहर पर आयोजित पूजन कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं की तरफ से छठी मइया का पूजन स्थल तैयार किया गया जिसकी सुंदरता देखने लायक थी । पूजन के लिए आए लोगों खासकर सुहागिनों ने छठी मइया के बनाए स्वरूप के आगे नतमस्तक होकर प्राथर्ना की और सुख शांति की कामना की। व्रत पूरा होने के बाद महिलाओं ने हलका खाना लिया और दूसरे परिवार को मिठाई व अन्य सामान वितरित किया।
सुहागिनों ने बताया कि छठ पर्व पर ज्यादातर सुहागिनें ही व्रत रखती हैं। और कुछेक पुरुष भी व्रत रखते हैं।