किसानों ने फूंका केंद्र सरकार का पुतला, रोष धरना देकर की नारेबाजी
कृषि कानून के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और केंद्र सरकार के इस फैसले के विरुद्ध अलग-अलग स्थान पर पक्के मोर्चे भी लगाए गए हैं।
संवाद सूत्र, जलालाबाद : कृषि कानून के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और केंद्र सरकार के इस फैसले के विरुद्ध अलग-अलग स्थान पर पक्के मोर्चे भी लगाए गए हैं। दूसरी तरफ केंद्र सरकार की तरफ से कृषि कानून के मुद्दे पर अभी तक कोई भी नरमी का रुख दिखाई नहीं दे रहा है। इसी के रोष स्वरूप सोमवार को भारतीय किसान यूनियन ने शहर के अनाज मंडी के गेट के समक्ष रोष धरना दिया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया व जमकर नारेबाजी की।
इस मौके जिला कार्यकारिणी प्रधान सतपाल, जिला प्रधान जोगिन्द्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ पास किए किसान विरोधी कानून का विरोध करते हैं और यदि केंद्र सरकार ने यह कानून रद्द न किए तो आने वाले दिनों में संघर्ष को ओर तेज करेंगे और किसी भी कारपोरेट घरानों को पंजाब में दाखिल नहीं होने देंगे और न ही किसानों की जमीनों पर कब्जे करने देंगे। किसान नेताओं ने कहा कि किसान पिछले कई दिनों से संघर्ष कर रहे हैं और केंद्र सरकार फैसले रद्द करने को तैयार नहीं हुई है और इसलिए जितनी देर तक केंद्र सरकार अपने कृषि कानून वापस नहीं लेती उतनी देर तक संघर्ष इसी तरह जारी रहेगा।
इस मौके अजिंदर सिंह ने कहा कि किसानों के इस संघर्ष में वकील भाईचारा पूरी तरह समर्थन देता है और किसानों की तरफ किए गए संघर्ष में अपनी भागीदारी देगा। उन्होंने कहा कि यह कानून बिल्कुल किसान विरोधी है और पंजाब की आर्थिक स्थिति किसानों के साथ ही खड़ी है। इस मौके शेर सिंह, पूरन सिंह, पिप्पल सिंह, जसवंत सिंह, दलजीत सिंह, प्राण नाथ, जंगीर सिंह, सीता रानी, परमजीत कौर, कश्मीर सिंह व अन्य उपस्थित थे।