लोग बोले-भाजपा व कांग्रेस में कांटे की टक्कर, आप को करनी पड़ेगी मशक्कत
मतदान के एक माह पहले भी सियासी दलों के उम्मीदवारों की घोषणा न होना चुनावी चौपालों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
संस, फिरोजपुर : मतदान के एक माह पहले भी सियासी दलों के उम्मीदवारों की घोषणा न होना चुनावी चौपालों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बदलते राजनीतिक हालातों में सियासी दलों की वेट एंड वॉच पालिसी पर शहरवासी चुटकी ले रहे हैं। पार्टी बदलना, दूसरे हलके में आना भी चर्चा के विषय में शामिल है। शहर के अंदरूनी इलाकों में चाय की स्टाल या फिर दुकान के बाहर आग सेकते हुए लोग राजनीति पर कई तरह के कयास लगा रहे है।
शहर के आजाद नगर में आग सेंकने बैठे लोग चुनाव पर चर्चा कर समय बीता रहे रहे हैं। चुनावी चर्चा में कांग्रेस के विधायक और अब फिर उम्मीदवार बने परमिदर सिंह पिकी और कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए राणा गुरमीत सिंह सोढी पर अधिक बहस चल रही है। रेशम सिंह ने कहा राजनीतिक दलों में फेरबदल से समझ नहीं आ रहा किसकी सरकार बनेगी, जिस तरह के हालात है उससे लगता है, कई दलों को मिल कर सरकार बनानी पड़ेगी।
सुखदेव सिंह ने कहा भाजपा ने भी उम्मीद घोषित करने में समय लगा दिया। कांग्रेस से निराश उम्मीदवारों को भाजपा में शामिल करने की उम्मीद में इस बार दोनों ही दल संकट में लग रहे हैं। वैसे कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण के कारण चुनाव कैसे संपन्न होंगे। आने वाला वक्त ही बताएगा ।
चुनावी चर्चा में हिस्सा रहे बंटी ने कहा कि राणा सोढी के फिरोजपुर आने से चुनावों में कांटे की टक्कर हो सकती है। वहीं आम आदमी पार्टी को भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। आशु बांगड़ के कांग्रेस में शामिल होने के बाद आप के लिए संकट खड़ा हो गया है।