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लुधियाना-जालंधर सेक्शन के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेंगी यात्री रेलगाड़ियां

वरिष्ठ मंडल अभियंता अनुराग कुमार ने बताया कि साहनेवाल-लुधियाना के बीच 130 किमी/घंटा की स्पीड से यात्री गाड़ी चलाने के लिए मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की स्वीकृति प्राप्त हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 11:11 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 11:46 PM (IST)
लुधियाना-जालंधर सेक्शन के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेंगी यात्री रेलगाड़ियां
लुधियाना-जालंधर सेक्शन के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेंगी यात्री रेलगाड़ियां

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : वरिष्ठ मंडल अभियंता अनुराग कुमार ने बताया कि साहनेवाल-लुधियाना के बीच 130 किमी/घंटा की स्पीड से यात्री गाड़ी चलाने के लिए मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। अभी ट्रायल किए जा रहे हैं। शीघ्र ही 130 किमी/घंटा की गति से दिल्ली से लुधियाना तक यात्री रेलगाड़ियां चलने लगेंगी।

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लुधियाना-जालंधर सेक्शन के बीच, ट्रैक के अपग्रेडेशन का कार्य भी बहुत तीव्र एवं अत्याधुनिक मशीनों जैसे-टी-28 मशीन, यूनिमेट मशीन तथा अन्य मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। उच्च गति क्षमता के लिए ट्रैक के लगभग 40 कांटों का बैलास्ट कुशन 300 से 350 मिलीमीटर बढ़ाने का कार्य, 52 किलोग्राम सेक्शन वाली रेलों को 60 किलोग्राम सेक्शन वाली रेलों से बदलने का काम तथा अत्याधुनिक उच्च गति वाले पाइंट एवं क्रासिग (थिक वेब स्विच) से बदलने का कार्य सभी स्टेशनों पर किया जा रहा है। इस सेक्शन में पड़ने वाले सतलुज ब्रिज तथा अन्य ब्रिजों के ऊपर ट्रैक को अपग्रेड करके का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। लोको पायलट को मार्ग में आगे आने वाली सिगनल की एडवांस स्थिति को बताने के लिए डबल डिस्टेंस सिग्नल प्रणाली का उपयोग किया जाएगा तथा अधिक गति के कारण, लुधियाना-जालंधर कोरिडोर में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे की सीमा में दीवार बनाने का कार्य भी प्रगति पर है। ये सारे कार्य इस वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके पश्चात 130 किमी/घंटा की सेक्शन स्पीड की स्वीकृति एवं ट्रायल हेतु अग्रिम कार्रवाई की जाएगी ।

इसी कड़ी में, 15 जनवरी, 2021 को लाडोवाल रेलवे स्टेशन पर ट्रैक की बैलास्ट कुशन बढ़ाने के लिए 4 घंटे का संयुक्त ब्लाक सिग्नल एवं दूरसंचार, इंजीनियरिग तथा विद्युत विभाग द्वारा लिया गया। इसमें ट्रैक के पूरे स्विच को टी-28 मशीन द्वारा बाहर निकाला गया तथा जेसीबी मशीन से पुराने बैलास्ट को निकालकर नए संवर्धित बैलास्ट बिछाया गया। लाडोवाल स्टेशन पर स्विच का कार्य पूर्ण होने के पश्चात् फिल्लौर, गोराया, फगवाड़ा स्टेशनों पर भी यह कार्य किया जाएगा।

सहायक मंडल अभियंता कपिल वत्स के नेतृत्व में मंडल की विभिन्न विभागों की टीमों द्वारा उत्साहपूर्वक यह कार्य पूर्ण करने का अथक प्रयास किया जा रहा है।


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