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सात करोड़ के लिए एनआरआइ महिला ने रचा मौत का ड्रामा

कनाडा में दो बीमा कंपनियों से 7.20 करोड़ की रकम हासिल करने के लिए एनआरआइ महिला ने अपनी ही मौत का ऐसा ड्रामा रचा कि पुलिस भी धोखा खा गई। महिला की मौत का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। कनाडा की बीमा कंपनियों ने रकम देने के लिए सारी प्रक्रिया

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 07:51 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 08:43 PM (IST)
सात करोड़ के लिए एनआरआइ महिला ने रचा मौत का ड्रामा

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर: कनाडा में दो बीमा कंपनियों से 7.20 करोड़ की रकम हासिल करने के लिए एनआरआइ महिला ने अपनी ही मौत का ऐसा ड्रामा रचा कि पुलिस भी धोखा खा गई। महिला की मौत का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। कनाडा की बीमा कंपनियों ने रकम देने के लिए सारी प्रक्रिया भी पूरी कर ली थी, लेकिन इसी दौरान मक्खू क्षेत्र की पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर मामले से पर्दा उठा दिया।

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यह पूरी साजिश कनाडा में लिखी गई थी और इसे अंजाम फिरोजपुर जिले के बंगाली पुल पर दिया गया था। इस साजिश में मोड़ राजस्थान में आया, और कहानी मक्खू थाने में खत्म हुई। साजिश रचनी वाली महिला जसविंदर कौर उर्फ रिंपी मोगा के आदर्श नगर वार्ड 9 धर्मकोट की मूल रूप से रहने वाली है।

उसकी शादी एनआरआइ अमरीक राजपूत उर्फ लक्की (निवासी 317, मराठा एस मेनर, कैलगड़ी एबीटी-3जे, कनाडा) के साथ हुई। इसके बाद उसे कनाडा की नागरिकता मिल गई। दो साल पहले ही उसने कनाडा की दो बीमा कपंनियों एलेज इश्योरेंस कंपनी से तीन करोड़ और ट्रन्स अमेरिया इश्योरेंस कंपनी से 4.20 करोड़ का अपना बीमा करवाया। जसविंदर ने बीमा की रकम हासिल करने के लिए पति सहित अपने मायके वालों के साथ मिलकर फिल्मी कहानी की रूपरेखा तैयार की।

वह पति के साथ नवंबर 2014 में कनाडा से भारत लौटी। फिर 1 जनवरी, 2015 को वह अमृतसर श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए गई। वहां से लौटते समय उसने हरिके पत्तन पुल के पास बंगाली पुल के पास से गायब हो गई। उसके पति व मायके वालों ने रहस्यमय ढंग से गायब होने की रिपोर्ट मक्खू थाने में उसी दिन दर्ज करवा दी।

इसके बाद 27 जनवरी को राजस्थान के संगरीया थाने में नहर से एक महिला की लाश मिली। उस लाश की शिनाख्त पति और मायके वालों ने जसविंदर कौर के रूप में की। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट को आधार मानते हुए कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद लाश को जसविंदर के परिजनों को सौंप दी और मामले की फाइल बंद कर दी।

कुछ दिन पहले ही मक्खू पुलिस को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि जिस जसविंदर कौर को पुलिस ने मृतक मानते हुए फाइल बंद कर दी है, वह जिदा है और सारा ड्रामा उसने 7.20 करोड़ रुपये बीमा की राशि लेने के लिए रचा था। इसके बाद पुलिस इस मामले में दोबारा जांच में जुट गई। जांच में जानकारी मिली कि जसविंदर नवां शहर कके पास बलाचौर में किसी रिश्तेदार के घर रह रही है।

पुलिस ने मंगलवार रात वहां पर छापामारी करके जसविंदर कौर को गिरफ्तार किया, तो सारी कहानी पुलिस के सामने आ गई। खास बात है कि इस सारी साजिश में जसविंदर कौर व उसके एनआरआइ पति अमरीक सिंह उर्फ लक्की का दिमाग काम कर रहा था। जसविंदर कौर ने मायके वालों को इस साजिश में शामिल होने के लिए मोटी रकम देने की बात कही थी।

पुलिस जसविंदर कौर की गिरफ्तारी के बाद अमरीक राजपूत उर्फ लक्की (पति), नरिंदर सिंह (भाई), डोली (भाभी), इंद्रजीत सिंह (भाई), गगन (भाभी) सहित दलजीत सिंह (पिता) को नामजद किया है। जसविंदर कौर को बलाचौर से गिरफ्तार कर लिया है।

लक्की कनाडा गया था, हाल में ही लौटा
जसविंदर कौर उर्फ रिंपी के तौर पर राजस्थान की नहर से मिली महिला की लाश के रूप में झूठी शिनाख्त के बाद उसकी अंतिम अरदास के बाद जसविंदर का पति अमरीक सिंह उर्फ लक्की कनाडा चला गया था। वह पिछले दिनों ही लौटा है। पुलिस के अनुसार लक्की कनाडा बीमा की रकम लेने के लिए गया था। लक्की पुलिस की गिरफ्त से दूर है। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और भी रहस्य खुलने बाकी हैं।


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