ड्यूटी पर लौटे एनएचएम मुलाजिम, कहा-सरकार दे मांगों पर ध्यान
नौ दिन की हड़ताल के बाद नेशनल हेल्थ मिशन मुलाजिमों को कोरोना संकट की याद आई तो मंगलवार को वे ड्यूटी पर लौट गए। हालांकि सोमवार को राज्य स्तर पर एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल खत्म करने की जानकारी राज्य इकाई ने दी थी लेकिन फिरोजपुर के फील्ड मुलाजिम धरने पर रहे।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : नौ दिन की हड़ताल के बाद नेशनल हेल्थ मिशन मुलाजिमों को कोरोना संकट की याद आई तो मंगलवार को वे ड्यूटी पर लौट गए। हालांकि सोमवार को राज्य स्तर पर एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल खत्म करने की जानकारी राज्य इकाई ने दी थी, लेकिन फिरोजपुर के फील्ड मुलाजिम धरने पर रहे। वहीं क्लेरिकल स्टाफ ड्यूटी पर लौट गया था। हड़ताल के संकट से निपटने के लिए पंजाब के सेहत सचिव ने सिविल सर्जन फिरोजपुर को 15 दिन मे डेलीवेज मुलाजिम रखने की मंजूरी दी थी। सिविल सर्जन राजिदर राज ने हालातों को संभालते हुए फील्ड मुलाजिमों से बात की।
सोमवार तक धरने पर बैठे फील्ड मुलाजिमों ने मंगलवार को धरना उठाते हुए कहा कि जिले में बिगड़ रहे कोरोना के हालातों के कारण एनएचएम मुलाजिम ड्यूटी पर ज रहे हैं, लेकिन अब सरकार भी अपना फर्ज निभाए और कच्चे मुलाजिमों को पक्का कर वेतन बढ़ोतरी करे। एनएचएम मुलाजिम प्रभजोत कौर, कृष्णा और हरपिदर सिंह, जोगिदर सिंह ने कहा कि जनहित को देखते हुए वे काम पर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल से सेहत मुलाजिम कच्चे पदों और बेहद कम वेतन पर काम करते रहे है लेकिन अब घर परिवार पालना मुश्किल हो रहा है। केंद्र के सेहत प्रोग्राम को प्रभावी बनाना है तो मुलाजिमों का भी ख्याल करना होगा।
पैरा मेडिकल स्टाफ के प्रधान रमन अत्री और महासचिव हरप्रीत सिंह ने कहा कि एनएचएम मुलाजिमों ने सरकार की बात मान ली है। अब सरकार को भी चाहिए हमदर्दी करते हुए एनएचएम मुलाजिमों की मांगों पर विचार करे। टीकाकरण के लिए रवाना हुई मोबाइल वैन
हड़ताल के दौरान कोविड टीकाकरण के लिए प्राइवेट मेडिकल कालेजों के स्टूडेंट की ड्यूटी लगाई गई थी। एनएचएम मुलाजिमों ने हड़ताल के दौरान कोरोना टेस्टिग और टीकाकरण को न कर दी थी। फील्ड मुलाजिम मोबाइल वैन लेकर फील्ड में नहीं गए, जिस कारण पिछले 9 दिनों पर मुहिम प्रभावित रही। मंगलवार को मोबाइल वैन फील्ड में गई और कोरोना टेस्टिग और टीकाकरण शुरू किया गया।