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450 से अधिक बेसहारा पशु, गोशालाएं महज दो

शहीदों के शहर में लगातार बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है जिससे कई बार हादसे भी हो चुके हैं लेकिन जिला प्रशासन बेसहारा पशुओं पर काबू पाने के लिए गंभीर नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 10:36 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:12 AM (IST)
450 से अधिक बेसहारा पशु, गोशालाएं महज दो
450 से अधिक बेसहारा पशु, गोशालाएं महज दो

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर :

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शहीदों के शहर में लगातार बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, जिससे कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन जिला प्रशासन बेसहारा पशुओं पर काबू पाने के लिए गंभीर नहीं है।

गोपाल सेवा समिति के पदाधिकारियों पवन गुप्ता, हरीश गोयल, सूरज मेहता, गजेंद्र कुमार, अनुज, मोहन जैन, एडवोकेट अनिल अग्रवाल, प्रवीण कुमार, रमेश शर्मा ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि सड़कों पर बेसहारा गौवंश के कारण रोजाना हादसे हो रहे हैं और प्रशासन इस तरफ ठोस कदम उठाने की बजाय मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रशासन द्वारा गायों व सांडों के गले में ठंड के दिनों में रिफ्लेक्टर बैल्ट पहनाई जाती थी और कैटल कैचर मंगवाकर उन्हें गोशाला भिजवाया जाता था, लेकिन अब अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि गलियों-बाजारों में आए दिन बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ रही है और जनता से करोड़ों रुपये काउ सेस के नाम पर टैक्स वसूलने वाली सरकार भी जनता की सुरक्षा के प्रति सुचेत नजर नहीं आ रही है। उक्त पदाधिकारियों ने कहा कि किसान अपनी फसल को बचाने के लिए गौोंश को शहरों में छोड़ जाते है और ये मवेशी लोगों को नुकसान पहुंचाते है।

सूरज मेहता और गजेंद्र कुमार ने कहा कि शहर-छावनी की गलियों व सड़कों पर 450 से ज्यादा बेसहारा नंदी व गाय हैं, जिन्हें गोशाला पहुंचाना समय की बड़ी मांग है। उन्होंने कहा कि जिले में सरकारी कैटल पौंड न होना और स्थानीय गोशाला प्रबंधकों द्वारा स्थान, फंड की कमी का बहाना लगाकर इन्हें शरण न देना शर्मसार बात है। अगर कोई गोवंश सड़क पर घायल हो जाता है तो प्रशासन द्वारा वैटरनरी डॉक्टर भी मुहैया नहीं करवाएं जाते है।

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युवा करते है खुद उपचार

छावनी में गो सेवा समिति और सिटी में श्री बाल गोपाल समिति के युवा सदस्यों द्वारा अपने स्तर पर घायल अवस्था में मिलने वाले गोवंश का उपचार किया जाता है और सरकार द्वारा भी इन्हें कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाई जाती है। गोभक्तों का कहना है कि डिप्टी कमिश्नर द्वारा जिले की भलाई के लिए अनेकों ठोस कदम उठाएं जाने की जरूरत है और उन्हें गोवंश के उचित प्रबंध के लिए भी प्रयास करने चाहिए और इस कार्य में गोभक्त प्रशासन का पूर्ण सहयोग देंगे।

जगह की तलाश जारी : कौंसिल प्रधान गोशाला के लिए जगह तलाश जारी : कौंसिल प्रधान

नगर कौंसिल के प्रधान अश्विनी ग्रोवर ने कहा कि जिला प्रशासन को गोवंश के सड़कों पर घूमने बारे अवगत करवाया गया था, जिसके बाद सरकार की तरफ से राशि जारी हो चुकी है जल्द ही गोशाला के लिए जगह तलाशी कर ली जाएगी।


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