मल्लांवाला के सरकारी अस्पताल को इलाज की जरूरत
कस्बा मल्लांवाला में बिना चारदीवारी के ही सरकारी अस्पताल चल रहा है जहां पर न तो डाक्टरों के पद पूरे हैं और न ही लोगों को सेहत सुविधाएं मिल रही हैं।
कृष्ण कटारिया, मल्लांवाला (फिरोजपुर) : कस्बा मल्लांवाला में बिना चारदीवारी के ही सरकारी अस्पताल चल रहा है, जहां पर न तो डाक्टरों के पद पूरे हैं और न ही लोगों को सेहत सुविधाएं मिल रही हैं। चारदीवारी न होने के कारण अस्पताल बेसहारा पशुओं का अड्डा बन चुका है।
फिरोजपुर छावनी स्थित जिला कांप्लेक्स से करीब 25 किलोमीटर दूर सरकारी अस्पताल की चारदीवारी की ईंटें ही लोग चोरी कर ले जा चुके हैं, जिस कारण अस्पताल में बेसहारा पशु हर वक्त डेरा जमाए रहते हैं। अस्पताल में कोई स्पेशलिस्ट डाक्टर भी नहीं है, वहीं दिन में तो अस्पताल में स्टाफ रहता है, लेकिन रात के समय लोगों को या तो जीरा या फिर फिरोजपुर के सरकारी अस्पताल की तरफ रुख करना पड़ता है ।
कस्बा के लोग समस्या को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर हलके के विधायक कुलबीर सिंह जीरा से मिल चुके हैं ,लेकिन समस्या का समाधान नही हो पा रहा । कस्बे की सामाजिक, धार्मिक संस्थाएं भी सरकार से मांग कर रही हैं कि अस्पताल की साफ सफाई पर ध्यान दिया जाए व इमारत जल्द से जल्द बनवाई जाए और डाक्टरों की तैनाती की जाए ताकि कस्बावासियों को सेहत सुविधा का लाभ मिल सके। जल्द होगा डाक्टर की तैनाती : एसएमओ
एसएमओ बलकार सिंह ने खुद स्वीकार किया कि अस्पताल की हालत खस्ता है, चार दीवारी को तोड़ लोग ईंटें चोरी करके ले जा चुके है। डाक्टर की पोस्ट भी खाली है। जल्द ही डाक्टर की तैनाती होगी। अस्पताल की ईमारत का काम अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा ।