गांवों में टेस्टिंग कम, शहर में बढ़ा संक्रमण
कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद जिले ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिग की रफ्तार शहरों के मुकाबले कम है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद जिले ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिग की रफ्तार शहरों के मुकाबले कम है। ग्रामीण क्षेत्रों के सेहत केंद्र में टेस्टिग की सुविधा तो है लेकिन जागरूकता नहीं। यही वजह है कि फिरोजपुर जिले के शहरी इलाकों से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
शहरी इलाकों में सिविल अस्पताल, सेहत केंद्र के अलावा छह मोबाइल वैन कोरोना टेस्ट में लगी है। जबकि ग्रामीण इलाकों में ब्लाक स्तर पर मोबाइल वैन चल रही है। फिरोजपुर जिले में तीन ब्लाक कस्सोआणा, फिरोजशाह और गुरुहरसहाय शामिल है। सिविल सर्जन राजिदर राज का कहना है पिछले सप्ताह एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिग प्रभावित हुई है लेकिन अब सभी इलाकों पर ध्यान दिया गया है। बीते एक सप्ताह में ग्रामीण इलाकों से 705 कोरोना संक्रमित मिले, जबकि शहरी इलाकों से 911 पाजिटिव मिले है। फिरोजपुर में कोरोना से नौ की मौत जिले में वीरवार को कोरोना से नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 177 पाजिटिव केस मिले हैं और 80 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। फिरोजपुर शहर से 72 वर्षीय महिला, 65 वर्षीय महिला, 60 वर्षीय महिला, ममदोट से 30 वर्षीय युवक, 28 वर्षीय युवक, गुरुहरसहाय में 70 वर्षीय पुरुष, 60 वर्षीय पुरुष, फिरोजशाह की 70 वर्षीय और जीरा की 70 वर्षीय महिला शामिल है। जिला फिरोजपुर में मरने वालों की संख्या 289 हो गई है। अब जिले में 1676 केस एक्टिव है। जिले में अब तक 145178 लोगों के टैस्ट किए गए है, जिसमें 9685 पाजिटिव केस पाए गए है। 1490 का हुआ टीकाकरण 18 प्लस में केवल 108 शामिल
वीरवार को फिरोजपुर में 1490 लोगों का टीकाकरण हुआ। 18 प्लस उम्र वाले वीरवार को भी कम ही आगे आए और 18 साल से अधिक उम्र के 108 लोगों को टीका लगा। वहीं 45 साल से अधिक उम्र वालों में टीकाकरण के लिए उत्साह बढ़ रहा है। इस उम्र के 1382 लोगों का टीकाकरण किया गया।
टेस्टिंग के लिए पंचायतों से किया जा रहा तालमेल : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन राजिदर राज का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में टेस्टिग के लिए मोबाइल वैन भेजी जा रही है । लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्टाफ के लौटने से टेस्टिग और टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। कोरोना टेस्टिग के लिए गांवों की पंचायतों से भी संपर्क किया जा रहा है। इस बारे में पंचायत सचिवों को ग्रामीणों से तालमेल बिठाने के लिए कहा गया है।