किसानों ने शहर में निकाला विजय मार्च, पुष्पवर्षा के साथ हुआ स्वागत
तीनों कृषि कानूनों की वापसी के साथ दिल्ली से भी किसानों की वापसी शुरू हो गई है। इसके तहत दिल्ली से वापस लौटे किसानों का रविवार को जिले भर में स्वागत किया गया। यह काफिला मलोट रोड पर एक पेट्रोल पंप से शुरू हुआ जोकि शहर के भीतर से होते हुए विभिन्न गांवों में पहुंचा।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : तीनों कृषि कानूनों की वापसी के साथ दिल्ली से भी किसानों की वापसी शुरू हो गई है। इसके तहत दिल्ली से वापस लौटे किसानों का रविवार को जिले भर में स्वागत किया गया। यह काफिला मलोट रोड पर एक पेट्रोल पंप से शुरू हुआ, जोकि शहर के भीतर से होते हुए विभिन्न गांवों में पहुंचा। इस दौरान शहर वासियों ने किसानों के गले में हार पहनाकर, मिठाइयां खिला पुष्पवर्षा से काफिले का स्वागत किया। इस दौरान विभिन्न जगहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया।
इस दौरान काफिले की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के जिलाध्यक्ष हरीश नड्डा ने कहा कि किसानों को भले ही देश का अन्नदाता कहा जाता है, लेकिन इन तीनों कानूनों के जरिए किसानों को खत्म करने का पूरा प्रयास किया गया। किसानों की एकता ने केंद्र सरकार को अपने फैसले को वापिस लेने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि जब जब भी किसान यूनियन की प्रांतीय इकाइयों ने संघर्ष तेज करने का ऐलान किया, तब तब किसानों के अलावा अन्य वर्गो ने भी उनका साथ दिया। इसलिए इस जीत का श्रेय केवल किसानों को नहीं, बल्कि हर वर्ग को जाता है। उन्होंने कहा कि आज सभी वर्गों का आभार प्रगट करने के लिए ही यह मार्च शहर में निकाला गया है, जिस दौरान लोगों का भरपूर स्नेह व प्यार उन्हें मिला। उन्होंने कहा कि किसानी मांगों को लेकर उनका झंडा बुलंद रहेगा और वह हर संघर्ष के लिए तैयार रहेंगे। इस मौके काफिले में भारी संख्या में वाहन साथ साथ रहे। साथ चल रहे युवाओं ने होली खेलकर अपनी खुशी का इजहार किया। उधर इस काफिले के अलावा जलालाबाद व अबोहर में भी दिल्ली से आए किसानों का भव्य स्वागत किया गया। कल से शुरू होंगे टोल प्लाजा
भले ही किसानों की रविवार को वापसी हो गई है। अभी तक पंजाब के टोल प्लाजा बंद हैं। किसान यूनियनों ने एलान किया है कि 15 दिसंबर को टोल प्लाजा पर अरदास करवाई जाएगी। अरदास के उपरांत टोल प्लाजा से धरना हटा लिया जाएगा। फाजिल्का जिले में दो जगहों थेहकलंदर व माहमूजोइया टोल प्लाजा पर पिछले एक साल से धरना चल रहा है। उधर किसानों के टोल प्लाजा खाली करने के एलान पर टोल प्लाजा मैनेजरों ने इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं और कर्मचारियों को भी वापसी के लिए तैयार रहने के लिए कह दिया गया है।