महिला फ्रंटलाइन स्टाफ को समर्पित रहा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
रेलवे क्लब फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : रेलवे क्लब फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का मुख्य थीम था कि वे महिला फ्रंटलाइन स्टाफ (स्टेशन मास्टर, सहायक लोको पायलट, आरपीएफ आदि) जिन्होंने कोविड-19 के दौरान उत्कृष्ट कार्य किया। उन्हें मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने सम्मानित किया। इस गोष्ठी में फिरोजपुर मंडल के लुधियाना, जालंधर, जम्मूतवी तथा अमृतसर स्टेशनों पर कार्यरत 40 महिला रेलकर्मियों को बुलाया गया था । डा. तनु अग्रवाल ने महिलाओं को संबोधित किया।
सहायक मंडल कार्मिक अधिकारी तरुण गोयल ने समाज में महिलाओं की भूमिका पर अपना वक्तव्य दिया , इस कार्यक्रम के दौरान हिदी ई-पत्रिका सरहद का विमोचन मंडल रेल प्रबंधक द्वारा किया गया। इस अवसर एक नुक्कड़ नाटक तथा महिला रेलकर्मियों ने कविता और लोकनृत्य की प्रस्तुति दी ।
मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मकसद सम्पूर्ण विश्व की महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनितिक तौर सशक्त करना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष आरपीएफ में 80 महिला कांस्टेबलों तथा कोरोना काल में चिकित्सा विभाग में कांट्रैक्ट पर महिला डाक्टरों की नियुक्ति की गई ।
ट्रेनों में यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा एवं उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए आरपीएफ द्वारा मेरी सहेली कार्यक्रम की शुरुआत की गई सात चाइल्ड हेल्प ग्रुप के माध्यम से 25 बच्चियों को सुरक्षित उनके घरवालों को सौंपा गया। महिला उत्पीड़न शिकायतों के निवारण हेतु मंडल में इंटरनल कंप्लेंट कमिटी का पुनर्गठन किया गया ।
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में एक पहल के अंतर्गत अनुकम्पा के आधार पर दी जाने वाली नियुक्ति में जब पहली बार परिवार से मिलने के लिए हित निरीक्षक जांच करने करने जाते है तो उनके साथ आरपीएफ की महिला कांस्टेबल भी जाती है।
कोरोना काल में महिला संगठन ने किया उत्कृष्ट कार्य
उन्होंने बताया कि कोविड काल में उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन ने उत्कृष्ट कार्य किया। इस दौरान संगठन की ओर से मास्क बनाया गया। बाल निकेतन स्कूल के सभी कर्मचारियों को पूर्ण वेतन दिया गया। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के बडगाम में सिलाई केंद्र तथा फिरोजपुर में मसाला सेंटर की स्थापना की गई ।