कोरोना महामारी में लोगों पर पड़ी महंगाई की मार
कोरोना महामारी के बीच जहां लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है वहीं महंगाई ने भी जनता की कमर तोड़ दी।
दर्शन सिंह, फिरोजपुर : कोरोना महामारी के बीच जहां लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है, वहीं महंगाई ने भी जनता की कमर तोड़ दी। मार्च लेकर अब तक खाद्य पदार्थो के दाम 40 फीसद वृद्धि हुई है और ये इजाफा डीजल के दाम बढ़ने के कारण ही हुआ है, जिससे लोगों का रसोई का बजट भी बिगड़ गया है
शहरवासी सुरेंद्र कुमार, बहादुर, शारदा, अंकित, पूर्ण, विकास, नंद लाल, सुरजीत सिंह आदि कहते है कि हर पांच साल बाद केंद्र में आने वाली सरकार आम जनता को महंगाई से राहत दिलाने के बड़ बड़े दावे करती है, लेकिन सत्ता पर काबिज होने के बाद सरकार सभी वादे व दावे भूल जाती है, जिस कारण लोगों को बढ़ती महंगाई में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल व डीजल के भाव बढ़ने के कारण ही खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा हो रहा है । कोरोना काल में कारोबार ठप्प हो चुके हैं और महंगाई से भी लोगों को परेशान कर रही है। दूसरी ओर व्यापारी वर्ग का कहना है कि डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ने के कारण खाद्य पदार्थो के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
-----दर्शन सिंह
तीन माह में बढ़े दाम
खाद्य पदार्थ मार्च अब
सरसों का तेल 100 170 रुपये किलो
रिफाइंड 100 170 रु लीटर
चीनी 37 40 रुपये किलो
डालडा घी 100 150 रुपये किलो
चने की दाल 70 80 रुपये किलो
काले चने 70 80 रुपये किलो
दाल मुंगी 110 130 रुपये किलो
आटा 220 250 रुपये 10 किलो