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रैली मे पटियाला गए सेहत कर्मी, अस्पताल रहा खाली

छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में पटियाला गए सेहत कर्मियों के कारण सिविल अस्पताल फिरोजपुर खाली रहा। अस्पताल की सभी ब्रांचें पूरी तरह बंद रही जबकि इमरजेंसी सेवा के लिए भी मात्र एक डाक्टर ड्यूटी पर तैनात था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 11:02 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 11:02 PM (IST)
रैली मे पटियाला गए सेहत कर्मी, अस्पताल रहा खाली
रैली मे पटियाला गए सेहत कर्मी, अस्पताल रहा खाली

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में पटियाला गए सेहत कर्मियों के कारण सिविल अस्पताल फिरोजपुर खाली रहा। अस्पताल की सभी ब्रांचें पूरी तरह बंद रही, जबकि इमरजेंसी सेवा के लिए भी मात्र एक डाक्टर ड्यूटी पर तैनात था।

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पैरा मेडिकल स्टाफ न होने के कारण वीरवार को सिविल अस्पताल का एक्सरे विभाग, लैब, ओपीडी, मलेरिया विभाग, ब्लड बैंक, नशा मुक्ति केंद्र, फार्मेसी पूरी तरह बंद रही, जिससे अस्पताल पहुंचे मरीजों को परेशान होना पड़ा। स्टाफ नर्सों के न होने से प्रशिक्षण ले रही जेनेसिस कालेज की छात्रों को ड्यूटी पर लगाना पड़ा। पैरा मेडिकल स्टाफ की रैली में शामिल होने के लिए सेहत मुलाजिम सुबह पांच बजे ही फिरोजपुर से कूच कर गए।

पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस (पीसीएमएस) के जिला फिरोजपुर के प्रधान जतिदर कोछड़ ने कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ रैली के लिए पटियाला गया है और डाक्टर्स शनिवार तक हड़ताल पर हैं। शनिवार को सरकार के साथ एसोसिएशन की मीटिग के बाद आगे का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। डाक्टर्स की नान प्रेक्टिस एलांउस (एनपीए) 25 से 20 प्रतिशत होने से नाराज है।

डीसी दफ्तर में नहीं हुए लोगों के काम

संवाद सूत्र, फाजिल्का : मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से संघर्ष कर रहे डीसी कार्यालय कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने मिनिस्टीरिटय कर्मचारी यूनियन के साथ मिलकर वीरवार की सामूहिक छुट्टी ली और सुबह पटियाला के लिए रवाना हुए, जबकि दूसरी तरफ कर्मचारियों की छुट्टी के चलते कोर्ट केसों को लेकर सुनवाई आगे बढ़ा दी गई। इसके अलावा सर्टिफिकेट के अलावा अन्य कार्य भी प्रभावित रहे।

इस मौके पीएसएमयू के संरक्षक हरभजन सिंह खुंगर, जिला प्रधान फकीर चंद, महासचिव प्रवीन कुमार आदि ने कहा कि वह लंबे समय से पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष करने को मजबूर थे। लेकिन सरकार उनकी मांगों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही थी, जिसके चलते पटियाला में होने वाली महारैली में भाग लेने का फैसला लिया गया। वहीं डीसी कार्यालय कर्मचारी भी सामूहिक छुट्टी लेकर पटियाला रैली में भाग लेने के लिए गए। इसके अलावा पंजाब स्टेट कर्मचारी दल यूनियन जिला इकाई फाजिल्का के सदस्य भी इस महारैली में शामिल होने के लिए रवाना हुए। जिला प्रधान ओम प्रकाश जलंधरा व जिला महासचिव भीम सैन ने कहा कि वह भी विभिन्न मांगों को लेकर पटियाला में शामिल होने के लिए रवाना हुए हैं। उनकी मुख्य मांगों में छठे वेतन कमिशन की जारी की नोटीफिकेशन में संशोधन करके 2.25 और 2.59फीसद का विस्तार रद्द किया जाए और 3.01 फीसद के वृद्धि के साथ सभी कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ एक ही फार्मूला लागू किया जाए, सेंटर पैटर्न पर छठे वेतन आयोग की पूरी महंगाई भत्ते की किस्तों का तुरंत नोटीफिकेशन जारी किया जाए, काटे हुए भत्ते दुगने किए जाएं कच्चे कर्मचारी पक्के किए जाएं, महंगाई भत्ते की रोकी हुई पैंडिग किस्तें बकाए समेत बहाल की जाएं शामिल हैं। उधर कर्मचारियों के छुट्टी पर जाने के चलते तहसील परिसर दोपहर बाद ही सूना हो गया, जबकि रजिस्ट्ररी करने वाले अधिकारी के छुट्टी पर होने के चलते रजिस्ट्रियां भी नहीं हो पाई।


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