एक छत के नीचे रह रहा 24 सदस्यों का संयुक्त परिवार
भागदौड़ के जीवन में परिवारों का एक परिणय सूत्र में रहना काफी मुश्किल होता जा रहा है। उसके बावजूद कई ऐसे परिवार हैं जो एक छत के नीचे आपसी प्यार से रहकर एकता व भाईचारे का संदेश दे रहे हैं।
तरूण जैन, फिरोजपुर : भागदौड़ के जीवन में परिवारों का एक परिणय सूत्र में रहना काफी मुश्किल होता जा रहा है। उसके बावजूद कई ऐसे परिवार हैं, जो एक छत के नीचे आपसी प्यार से रहकर एकता व भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। 15 मई शनिवार को पूरा विश्व इंटरनेशनल डे आफ फैमिली मनाने जा रहा है। एनजीओ व स्कूलों में सामूहिक परिवार के तहत प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं।
शहीदों के शहर में हलवाई की सुप्रसिद्ध दुकान भक्त जी की दुकान के मालिक का 24 सदस्यों का परिवार आज भी एक छत के नीचे सामूहिक रूप से रहकर समाज को संदेश दे रहा है। हरीश गोयल बताते हैं कि सामूहिक परिवार में रहने का जो आनंद है, वह छोटे परिवार में रहने में नहीं आता। सामूहिक फैमिली में अगर किसी सदस्य पर कष्ट आता है तो सभी सदस्य एकदम उसका साथ निभाने के लिए खड़े हो जाते हैं तो उसे अपना दुख नजर आता ही नहीं। उन्होंने कहा कि बेशक कहावत के मुताबिक लोग छोटा परिवार सुखी परिवार कहते हों, लेकिन जो स्वर्गमय सुख एकजुट परिवार में है, वो अलग-अलग रहने में नहीं है।
हरीश गोयल बताते हैं कि वर्तमान में टूटते परिवारों को बचाना समय की जरूरत है। उनके द्वारा दीवाली या किसी फैमिली फंक्शन पर परिवार के साथ सामूहिक चित्र लिया जाता है ताकि आपसी प्यार को बरकरार रखा जाए। दो भाइयों समेत चाचा के दो बेटों का परिवार भी शामिल
हरीश गोयल ने बताया कि परिवार में उनके दो भाइयों सहित चाचा जी के दो बेटों का पूरा परिवार शामिल है। आगे उनके पोते-पोतियां भी हो गए और वे सभी आज भी आपसी प्रेम के साथ रहते हैं और सभी त्योहारो को एक साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि वह और उनका छोटा भाई सुभाष गोयल है और दोनो भाइयों के आगे दो-दो बेटे हैं। उनके चाचा चंद्रमोहन गोयल की पिछले वर्ष अचानक मृत्यु के बाद उनके दो बेटे अतुल व अनूप गोयल भी अपने बच्चों के साथ परिवार में रहते हैं।