हरी मिर्च के उत्पादन के लिए फूड प्रोसेसिंग इकाइयों को मिलेगी सब्सिडी
फूड प्रोसेसिग विभाग पंजाब और पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज निगम की ओर से जिले की लघु इकाइयों के उद्यमियों और स्वै सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्य जोकि मिर्च और अन्य खाद्य उत्पादों की मार्केटिग और प्रोसेसिग करते हैं के साथ बुधवार को डीसी कंप्लेक्स में मीटिग की। बैठक की अध्यक्षता डिप्टी कमिश्नर गुरपाल सिंह चाहल ने की।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : फूड प्रोसेसिग विभाग, पंजाब और पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज निगम की ओर से जिले की लघु इकाइयों के उद्यमियों और स्वै सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्य, जोकि मिर्च और अन्य खाद्य उत्पादों की मार्केटिग और प्रोसेसिग करते हैं, के साथ बुधवार को डीसी कंप्लेक्स में मीटिग की। बैठक की अध्यक्षता डिप्टी कमिश्नर गुरपाल सिंह चाहल ने की।
इस दौरान जीएम जिला उद्योग केंद्र सुषमा कटियाल, लीड बैंक मैनेजर आरके.गुप्ता और स्कीम के अंतर्गत बनाई गई जिला स्तरीय समिति के सदस्यों व मिर्च व गुड़ के कारोबारियों ने भी भाग लिया। इस मौके पर जनरल मैनेजर (फूड प्रोसेसिग) पंजाब एग्रो रजनीश तुली ने बताया कि भारत सरकार की ओर से एक केंद्रीय प्रायोजित स्कीम प्रधानमंत्री-माइक्रो फूड प्रोसेसिग उद्योगों की विधिवत योजना शुरू की गई है। यह पांच वर्षीय योजना है जोकि 2020 -21 से शुरू हुई है। पंजाब को इस स्कीम में बड़ी स्टेट का दर्जा दिया गया है और 306 करोड़ रुपए के फंड्ज निर्धारित किये गए हैं, जोकि भारत सरकार और पंजाब सरकार 60:40 अनुपात की हिस्सेदारी के साथ खर्च किया जाएगा।
यह स्कीम एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पर आधारित है। पंजाब एग्रो ने अनाज और बागबानी फसलों के उत्पादन आंकड़ों के साथ साथ दूध, पोल्ट्री उत्पादों, मछली, मीट आदि की समीक्षा करने के बाद फिरोजपुर को मिर्च ओडीओपी के तौर पर चुना है। यह जिला पंजाब के सभी जिलों में मिर्च का सबसे बड़ा उत्पादक है। फिरोजपुर जिला जालंधर, पटियाला और संगरूर के बाद 2018 -19 में मिर्च का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। फिरोजपुर में सभी सब्जियां में से, अधिक से अधिक क्षेत्रफल मिर्च अधीन, जिसने (2016 -17) 754 हेक्टेयर से 126 फीसद का संचित विस्तार दर्ज किया है
इस स्कीम के अंतर्गत मिर्च के उत्पाद आधारित फूड प्रोसेसिग व्यक्तिगत इकाइयों के लिए 35 फीसद अधिक से अधिक 10 लाख रुपए क्रेडिट लिकड सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा पहले से काम कर रही फूड प्रोसेसिग इकाईयां जैसे कि शहद, अचार, मुरब्बा, बेकरी, मीट प्रोसेसिग, मिठाइयों, बेकरी भी इस स्कीम का फायदा ले सकेंगी। इंस्टीट्यूट आफ फूड प्रोसेसिग टेक्नोलाजी, तामिलनाडु और प्रोसेसिग और फूड इंजीनीरिग विभाग, पीएयू, लुधियाना ऐसे उदमियों को प्रशिक्षण और हेंड—होल्डिग सहायता प्रदान करेंगे।
जनरल मैनेजर (फूड प्रोसेसिग), पंजाब एग्रो ने भागीदारों को इस स्कीम के अंतर्गत ब्रेंडिग, पैकेजिग और मंडीकरण समेत हर तरह की मदद करने का भरोसा दिया और उनकी तरफ से किसानों और उद्यमियों को किसी भी तरह की जानकारी और स्पष्टीकरण के लिए पंजाब एग्रो / फूड प्रोसेसिग विभाग, पंजाब के साथ संपर्क करने का न्योता दिया।